रोमांस के अड्डों पर पुलिस की नजर, ‘बैड टच’ की तस्वीर खींच भेजेंगे परिजनों को
रोमांस के अड्डों पर पुलिस की नजर, ‘बैड टच’ की तस्वीर खींच भेजेंगे परिजनों को
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इन दिनों शहर के पार्क ही नहीं, बल्कि पब्लिक प्लेसेस भी युवाओं के लिए रोमांस के केंद्र बनते जा रहे हैं। रोमांस के बहाने प्रेमी, पब्लिक प्लेसेस में अश्लील हरकतें करते हुए नजर आते हैं। इसे लेकर नागपुर पुलिस सख्ती दिखाते हुए एक नई पहल शुरू करने जा रही है। अब कहीं भी यदि कोई प्रेमी जोड़ा अश्लील हरकतें करता हुआ पकड़ा गया, तो पुलिस इसकी जानकारी उनके परिजनों, स्कूलों और कॉलेजों को देगी।
सूत्रों के अनुसार, इस तरह की हरकतें करते मिलने पर पुलिस वहीं से सीधा युवक-युवतियों के परिजनों को वीडियो कॉलिंग कर जानकारी देगी। इससे हर माता-पिता को यह पता चल सकेगा कि उनका बेटा या बेटी किसी बहाने से क्या गुल खिला रहे हैं। शहर पुलिस उपायुक्त विनीता साहू का कहना है कि यह पहल सिर्फ परिजनों को बताने के लिए पुलिस करने वाली है, इसलिए सावधान हो जाएं।
कार्रवाई के आदेश
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इस वर्ष पुलिस विशेष गंभीरता दिखाने जा रही है। वर्ष 2019 में पुलिस ने उन महिलाओं के लिए नि:शुल्क होम ड्राप की सुविधा शुरू की है, जिन्हें रात 9 से सुबह 5 बजे के दरमियान घर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल पाता है। महिलाओं के साथ किसी भी तरह की अनुचित घटना न हो, इसके लिए सभी पुलिस परिमंडल स्तर पर विशेष कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस आयुक्त सख्त
हाल ही में शहर पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय सभी पुलिस परिमंडल के अधिकारियों से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाए जाने वाले नए कदम पर गहन चर्चा कर चुके हैं। पुलिस उस जगहों पर भी नजर रखने वाली है, जहां पर युवकों के साथ युवतियां भी कश लगात नजर आती हैं। शहर के कुछ खास चौराहों पर सादे वेश में पुलिस तैनात रहकर ऐसी युवतियों के बारे में उनके पालकों को जानकारी देगी।
खतरा मोल ले रहे
आजकल युवक- युवतियां एकांत के चक्कर में ऐसी मुसीबतें मोल ले रहे हैं, जिसका उन्हें अंदाजा तक नहीं है। नागपुर शहर को एजुकेशन हब कहा जाता है। यहां पर दूसरे शहरों से विद्यार्थी बड़ी संख्या में पढ़ने आते हैं। मौका मिलते ही मौज-मस्ती करने रात-बेरात निकल पडते हैं। शहर के कुछ बगीचों में दिनदहाड़े अशोभनीय कृत्य करते युवक और युवतियां नजर आते हैं। इनमें कम उम्र की लड़कियां और लड़के भी शामिल हैं। इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अब पुलिस मोबाइल वैन के कर्मचारियों की बगीचे और उसके आस-पास गश्त करने में मदद लेगी।
छात्रावास के रजिस्टर की होगी जांच
सूत्रों के अनुसार, बहुत जल्द ही पुलिस परिमंडल के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में शासकीय व निजी रूप से संचालित हो रहे छात्रावासों की जांच कराएंगे। यह आकस्मिक जांच होगी। पुलिस का दस्ता इन छात्रावासों में कभी भी जाकर वहां के रजिस्टर की जांच करेगी। छात्रावास में रहने वालों विद्यार्थियों के गायब रहने पर वहां के वार्डन को जिम्मेदार माना जाएगा। इसके बारे में वार्डन से पूछताछ की जाएगी। गायब रहने वालों विद्यार्थियों के परिजनों को सूचित किया जाएगा।
हिडेन कैमरा खींच लेता है तस्वीरें
कई बार युवतियां मोबाइल फोन पर ऐसे एप डाउनलोड कर देती हैं, जिसमें हिडेन कैमरे होते हैं। इस तरह की लिंक का एप भेजने वाला हैकर हो सकता है, जो उन तस्वीरों और वीडियो को हैक कर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर सकता है। पुलिस उपायुक्त विनीता साहू का कहना है कि जब तक संतुष्ट न हो जाएं, तब तक वैसे एप अपने मोबाइल में डाउनलोड न करें।
परिजनों को भी समझनी होगी जिम्मेदारी
हर जगह पुलिस नहीं पहुंच सकती है। ऐसे में हर माता-पिता की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह भी अपने बच्चे के बारे में ख्याल रखें कि उनका बच्चा क्या कर रहा है। कम उम्र में प्रेम संबंध के जाल में फंसकर घर छोड़कर भागने वाली लड़कियों के साथ क्या होता है, कइयों की आपबीती सुनकर रुह कांप जाती है। पुलिस आपके साथ है, आप पुलिस को भी साथ दें।