ट्रेन से पानी लेने उतरा और हो गया हादसे का शिकार, परिवार वाले करते रहे इंतजार

ट्रेन से पानी लेने उतरा और हो गया हादसे का शिकार, परिवार वाले करते रहे इंतजार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-01 07:24 GMT
ट्रेन से पानी लेने उतरा और हो गया हादसे का शिकार, परिवार वाले करते रहे इंतजार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन में सफर के लिए निकले तब सोचा न था कि दोनों पति-पत्नी का साथ यहीं तक है। पुणे से नागपुर स्टेशन तक दोनों  सकुशल थे साथ में, लेकिन नागपुर पहुंचने के बाद दोनों जुदा हो गए हमेशा-हमेशा के लिए।  पति के साथ छत्तीसगढ़ जाने के लिए पुणे से लौट रही महिला अपने घर पहुंच गई, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी पति घर नहीं लौटा। महिला के पति का नाम बालमुकुंद धुर्वे है।

दंपति पुणे से लौट रहे थे। नागपुर रेलवे स्टेशन पर बालमुकुंद पानी भरने उतरा ही था कि, ट्रेन चल पड़ी पत्नी को लगा कि ट्रेन छूटने से पति दूसरे डिब्बे में बैठ गया होगा। दस दिन बाद भी जब बालमुकुंद घर वापस नहीं लौटा, तब परिजनों को चिंता सताने लगी। इधर एक मालगाड़ी की चपेट में आकर बालमुकुंद की मौत हो चुकी थी। बालमुकुंद के छोटे भाई के मोबाइल पर सोशल मीडिया के माध्यम से भाई की मौत की खबर पता चली। परिजनों ने नागपुर लोहमार्ग पुलिस थाने में अधिकारियों से मुलाकात की। महिला को रेलवे पुलिस उस श्मशान घाट ले गई, जहां उसके पति को दफनाया गया था। पत्नी ने पति का अंतिम दर्शन किया।

घटना के बारे में रविवार को मामला सामने आया। रेलवे पुलिस के अनुसार गुर्रा भाटापारा, छत्तीसगढ़ निवासी बालमुकुंद मिरीगराम धुर्वे (35) और उसकी पत्नी पुणे में काम करते थे। होली पर पति-पत्नी आजाद हिंद एक्स्प्रेस से छत्तीसगढ़ अपने घर जा रहे थे। नागपुर में पानी के लिए स्टेशन पर उतरने के बाद बालमुकुंद की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई। यह घटना गत बुधवार 20 मार्च को दोपहर करीब 1.50 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन पर हुई थी। पुलिस हवलदार बाबर शेख ने घटनास्थल पर पहुंचे और शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए मेयो अस्पताल भेज दिया गया। मृतक की पहचान के लिए दो दिनों तक इंतजार किया गया। जब उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई तब उसके शरीर को मोक्षधाम घाट पर दफना दिया गया था। 
 

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