वाट्सएप के जरिए छात्रों को सप्लाई करते थे ड्रग्स, एएनसी से आरोपी को किया गिरफ्तार
वाट्सएप के जरिए छात्रों को सप्लाई करते थे ड्रग्स, एएनसी से आरोपी को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क,मुंबई। पुलिस से बचने के लिए नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाले आरोपियों ने अब तकनीक का सहारा लेना शुरू कर दिया है। मुंबई पुलिस की एंटी नार्कोटिक्स सेल (एएनसी) ने वाट्सएप के जरिए आर्डर लेकर स्कूल-कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक नशे की खेप पहुंचाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। छानबीन में आरोपी के मोबाइल से बड़ी संख्या में ऐसे विद्यार्थियों के नंबर मिले हैं जिन्होंने आरोपी से नशीले पदार्थ खरीदे थे। गिरफ्तार आरोपी का नाम सुनील दास (29) है।
डीसीपी शिवदीप लांडे ने बताया कि विद्यार्थियों को नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाले गिरोहों पर पुलिस लगातार नजर रख रही थी। इसके चलते गिरोह से जुड़े लोगों ने नया तरीका खोजा। वे वाट्सएप के जरिए नशीले पदार्थों के ऑर्डर लेते थे और विद्यार्थियों को कॉलेजों से दूर ऐसी जगहों पर बुलाकर नशीले पदार्थ देते थे जहां पुलिस की नजर न हो। पुलिस को गिरोह के इस कारनामे की गुप्त सूचना मिली तो जाल बिछाकर विलेपार्ले इलाके में स्थित नवीनचंद्र पोपटलाल केंद्रीय विद्यामंदिर के पास से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। दास के पास से पुलिस ने 9 किलो मरिजुआना (गांजा) भी बरामद किया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह उपनगरों में स्थित कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नशे की सप्लाई करता था।
अभिभावकों को दी जाएगी छात्रों की जानकारी
आरोपी के मोबाइल से पुलिस ने 150 से ज्यादा विद्यार्थियों के नंबर मिले जिनसे वह संपर्क में था। डीसीपी लांडे ने बताया कि मामले में जिन विद्यार्थियों और आरोपी के बीच संपर्क की बात सामने आई है। उन्हें उनके अभिभावकों के साथ बुलाकर मामले की जानकारी दी जाएगी और नशे की लत से चलते होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी। आरोपी के खिलाफ एनडीपीसीएस कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा एएनसी ने वाडीबंदर इलाके से अरमान शेख नाम के एक आरोपी को 16 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया है।