राजस्व विभाग की नींव का पत्थर हैं कोटवार: गोविन्द  सिंह राजपूत

मध्यप्रदेश राजस्व विभाग की नींव का पत्थर हैं कोटवार: गोविन्द  सिंह राजपूत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-20 14:46 GMT
राजस्व विभाग की नींव का पत्थर हैं कोटवार: गोविन्द  सिंह राजपूत
हाईलाइट
  • आंदोलनरत कोटवारों के बीच पहुंचे राजस्व मंत्री
  • मांगों के निराकरण का दिया आश्वासन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोटवार राजस्व विभाग की नींव का पत्थर हैं, साथ ही राजस्व विभाग की पहली कड़ी भी हैं। विभाग के कार्यों में कोटवारों की भूमिका कों नहीं नकारा जा सकता हैं। वे गांव में राजस्व अमले तथा पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करते हैं। मेरा मानना है कि आप लोगों को कार्य का अवसर मिला है और कार्य करना भी चाहिए। राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत सेन्ट्रल लायब्रेरी मैदान में मध्यप्रदेश कोटवार संघ द्वारा किये जा रहे धरने में यह बातें कही। मंत्री राजपूत ने कोटवारों से धरना समाप्त करने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश में कोटवारों के लिए तीन तरह की व्यवस्‍थाएं है। कुछ के पास जीवकोपार्जन के लिए अच्छी जमीन है तो कुछ के पास कम जमीन है और कुछ के पास बिल्कुल भी जमीन नहीं है। कोटवारो को लेकर मुख्यमंत्री जी का संवेदनशील नजरिया और आर्शीवाद है। हम जल्द ही कोटवारों को सरकार की तरफ से एक सम्मेलन बुलवाएंगे जहां मुख्य्मंत्री के समक्ष कोटवारों की विभिन्न  मांगों को लेकर अपनी बात रखेंगे। मंत्री राजपूत ने कहा कि आप इस बात से निश्चित रहें कि जितनी भी जायज मांग होगी उन्हे पूर्ण कराये जाने का मेरी तरफ से हरसंभव प्रयास किया जायेगा। 11 दिन से चल रहे धरने को समाप्त करने की अपील करते हुए राजस्व एवं परिवहन मंत्री राजपूत ने कहा कि कोटवार इस बात से आश्वत रहे कि उनकी बात उचित स्थान पर पहुंच गई है इसलिए इस धरने को समाप्त कर सभी अपने स्थांन पर वापस लौट जाये। 

ओला वृष्टि के आंकलन में करें सहयोग:

कोटवारों को संबोधित करते हुए मंत्री राजपूत ने कहा कि प्रदेश में इस समय असमय बारिश एवं ओलावृष्टि से किसान परेशान है। आप राजस्व अमले का इस कार्य में सतत सहयोग करे। उन्होंने कहा कि कोटवार गांव की हर चीज से वाकिफ है इसलिए यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि हम विपदा के समय किसानों का असहयोग कर रहे हैं। 

कलेक्टर दर पर मिले वेतन: यादव

सम्मेलन को संबोधित करते हुए म.प्र. कोटवार संघ के अध्यक्ष हरवीर सिंह यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में 36 हजार, 650 कोटवार कार्यरत है। सभी कोटवारों को शासकीय कर्मचारी घोषित करते हुए कलेक्टर रेट पर वेतन दिया जाये। सेवा भूमिधारी कोटवारों को भूमिस्वामी का मालिकाना हक प्रदाय किया जाये। अध्यक्ष यादव ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में कोटवार का पद समाप्त  न किया जाये साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में भी एक से अधिक कोटवार के पद होने पर उस पद को यथावत रखा जाये । राजस्व विभाग में रिक्त पदों पर योग्यता के आधार पर पूर्व से कार्यरत कोटवारों को नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाये ।

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