कोरोना वायरस मरीजों की पहचान उजागर न करें मीडिया, दिशा कानून को लागू करने अध्यादेश लाएगी सरकार
कोरोना वायरस मरीजों की पहचान उजागर न करें मीडिया, दिशा कानून को लागू करने अध्यादेश लाएगी सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महिला अत्याचार पर लगाम लगाने के लिए आंध्रप्रदेश के दिशा कानून के तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से बनाए बनाए जा रहे कानून के लिए विधेयक बजट सत्र में पेश करना संभव नहीं है। इसलिए सरकार जरूरत पड़ी तो संबंधित कानून को लागू करने के लिए अध्यादेश लाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का मसौदा बनाने का काम शुरू है। लेकिन राज्य में कोरोना वायरस का संकट है। सरकार जल्दबाजी में कोई फैसला लेने के बजाय संबंधित कानून पर विशेषज्ञों की राय ले रही है। महिला अत्याचार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कानून बनाया जाएगा। सदन में भाजपा समर्थित सदस्य विनायक मेटे ने यह मुद्दा उठाया था।
कोरोना वायरस मरीजों की पहचान उजागर न करें मीडिया
विधान परिषद में उपसभापति नीलम गोर्हे ने कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के घरों की पहचान छिपाने के निर्देश इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को दिए हैं। गोर्हे ने कहा कि कोरोना वायरस के मरीज जिस सोसायटी में रहते हैं, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वहां लगातार खबर प्रसारित कर रहा है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि लोग उस सोसायटी में जाने से कतरा रहे हैं। गोर्हे ने कहा कि जिस अस्पताल में कोरोना के मरीज हैं उस अस्पताल के बाहर से लाइव प्रसारण किया जा रहा है। रिपोर्टरों को समझना चाहिए कि उन्हें भी यह बीमारी हो सकती है। गोर्हे ने कहा कि विधानमंडल और मंत्रालय में अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक मशीन के इस्तेमाल को रोक कर पुरानी पद्धति अपनाने के बारे में शनिवार तक फैसला ले लिया जाएगा। सदन में भाजपा सदस्य निरंजन डावखरे ने बायोमेट्रिक मशीन से हाजिर रोकने का मुद्दा उठाया था।