एमबीए की सेंट्रलाइज प्रवेश प्रक्रिया भगवान भरोसे, मुसीबत में फंसे स्टूडेंट्स
एमबीए की सेंट्रलाइज प्रवेश प्रक्रिया भगवान भरोसे, मुसीबत में फंसे स्टूडेंट्स
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर समेत प्रदेश में जारी एमबीए की सेंट्रलाइज प्रवेश प्रक्रिया भगवान भरोसे चल रही है। सीईटी सेल और उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग दोनों अपनी जवाबदेही से बच रहे हैं। एमबीए की ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट फर्जी स्टूडेंट्स के समावेश की पुष्टि हो जाने के बावजूद सीईटी सेल ने अब तक अधिकृत रूप से एमबीए की एडमिशन प्रक्रिया नहीं रोकी है। टाइमटेबल के मुताबिक दूसरे कैप राउंड के लिए विकल्प भरने का बुधवार आखिरी दिन था। विद्यार्थियों की शिकायत है कि विकल्प भरने के लिए जब से सीईटी के पोर्टल पर गए, तो उन्हें ऐसा कोई ऑप्शन ही नहीं मिला। इससे कई विद्यार्थी दूसरे राउंड के लिए विकल्प ही नहीं भर पाए। इसकी शिकायत करने के लिए जब विद्यार्थियों ने सीईटी सेल को ई-मेल भेजा तो उसका भी कोई उत्तर नहीं मिला। हेल्पलाइन नंबर पर भी सिर्फ रिंग होता रहा। अंतत: वे सदर स्थित उच्च व तकनीकी शिक्षा विभागीय कार्यालय पहुंचे, मगर वहां से भी अधिकारियों ने उन्हें उलटे पांव लौटा दिया।
संदेश वायरल
अपने सुनहरे भविष्य की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं। एक स्टूडेंट्स ने अंत में भास्कर को भी संदेश भेजा। उसके मुताबिक विभागीय कार्यालय ने उन्हें दो-टूक कहा है कि इस मामले में कार्यालय कुछ नहीं जानता, सीईटी सेल से ही संपर्क करना होगा।
पूरा महकमा नींद में
स्टूडेंट्स की शिकायत के संदर्भ जब हमने प्रभारी शिक्षा सहसंचालक डॉ.सी.एस.थोरात से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया। स्टूडेंट्स के संदेश उन्हें फॉरवर्ड करने और डीटीई कार्यालय का पक्ष पूछने पर भी मौन साधे रहे। किसी प्रश्न का कोई उत्तर नहीं दिया। उच्च अधिकारियों का भी रवैया ऐसा ही रहा। एमबीए एडमिशन की जिम्मेदारी संभाल रहे डीटीई ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ.एस.के.महाजन ने भी स्टूडेंट्स की शिकायत पर कोई जवाब नहीं दिया। स्टूडेंट्स के हितों के संरक्षण की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारियों के इस रवैए से उनकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।