मार्च की शुरुआत के साथ ही पानी के लिए शुरु हुआ मार्च
आदेगांव में अभी से गहराने लगा जल संकट मार्च की शुरुआत के साथ ही पानी के लिए शुरु हुआ मार्च
डिजिटल डेस्क,सिवनी। मार्च माह के पहले सप्ताह में गर्मी का आरंभिक दौर ही चल रहा है कि आदेगांव सहित आसपास के कई ग्राम अभी से पीने के पानी की किल्लत झेलने लगे है। अक्टूबर के बाद बारिश न होने से क्षेत्रीय भूजल स्तर में तेज गति से हो रही गिरावट इस ओर साफ इशारा कर रही है कि आने वाले गर्मियों के दिनों में क्षेत्र में जल संकट अत्याधिक गहराएगा। कम-ज्यादा गुलाबी ठंड का दौर अभी पूरी तरह समाप्त भी नही हुआ है और आदेगांव सहित आसपास के ग्रामों मे पेयजल समस्या आरंभ हो गई है। खेत-खलिहानों या ग्रामों के कुएं, तालाब या अन्य जल स्रोतों का जल स्तर भी तेजी से नीचे होने लगा है। क्षेत्रीय बाशिंदे अभी से ही अप्रेल-मई की गर्मी तथा आगामी दो माह बाद होने वाले पेयजल संकट की भयावहता को लेकर आशंकित हैं।
हर साल करना होता है सामना
लखनादौन जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत आदेगांव के लोगों को यूं तो इस समस्या से प्रति वर्ष सामना करना पडता है। फि लहाल ग्राम पंचायत की नल जल एजेंसी से छह-सात दिन के अंतराल मे एक बार सिर्फ 30 मिनट के लिए पानी की सप्लाई दी जा रही है जो नाकाफ ी है। पेयजल की यह समस्या विद्युत की आवाजाही के कारण भी बीते सप्ताह से बनी हुई है। यहांं फि लहाल एकमात्र जल स्रोत है जिससे पानी की सप्लाई की जाती है। इसके अलावा बीते माह समीपस्थ पिंडरई नाला के पास एक बोरवेल करवाया गया था। सरपंच सहजकुमारी उइके ने बताया कि 200 फि ट की गहराई वाले इस बोरवेल मे जनरेटर के सहारे गत दिवस टेस्टिंग करवाई गई है। जिसमे दस एचपी का मोटर पंप लगभग पांच से छह घंटे तक लगातार चल रहा है। पाइप लाइन विस्तारीकरण योजना के तहत इस बोरवेल से भी शीघ्र ही जल सप्लाई आरंभ कर दी जाएगी।
पुराना बोरवैल लंबे समय से बंद
बिछुवा बोरवेल से भी कुछ वर्ष पूर्व तक पानी की सप्लाई होती थी परंतु वोरवैल खराब हो जाने के कारण यहां से सप्लाई ठप पड़ी हुई है। इस वोरवेल से आदेगांव तक लगभग ढाई से तीन किलोमीटर की वाटर सप्लाई पाइप लाइन अभी टंकी से जुडी हुई है। खराब पड़े इस वोरवेल के निकट अन्य उत्खनन कर इसको चालू किया जा सकता है ।
बांध की हो रही है मांग
आसपास के ग्राम्यांचलो के लोग बीते पंद्रह-बीस सालों से क्षेत्र मे जलस्तर बढवाने के लिए तीन बहेरा, डाला-सिहोरा, पाटन जैसे दो-तीन बांध बनाने की मांग कर रहे है पर क्षेत्रवासियों की यह मांग की फाइल, सर्वे करवाने तक ही सीमित रह गई है।
पाइप लाइनें भी हुईं पुरानी
आदेगांव में बिछाई गई पाइप लाइन भी चार दशक से अधिक पुरानी हो गई है। नालियों के आसपास जाने और पुराने हो जाने के कारण ये काफी जर्जर हो गई हैं और अनेक स्थानों से टूटफूट भी गई हैं। जिससे बड़ी मात्रा में पानी बह जाता है। नई पाइप लाइन के लिए किसी तरह के प्रयास जिम्मेदारों के द्वारा नहीं किए जा रहे हैं।