काम नहीं करने वाली एजेंसियों पर महावितरण ने दिए कार्रवाई के आदेश
नागपुर काम नहीं करने वाली एजेंसियों पर महावितरण ने दिए कार्रवाई के आदेश
डिजिटल डेस्क, नागपुर, विनोद झाड़े | कॉस्ट बढ़ने का कारण बताकर काम से पल्ला झाड़ने वाले ठेकेदारों के खिलाफ महावितरण ने सख्त रुख अख्तियार किया है। महावितरण ने काम से पल्ला झाड़नेवाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। काम में कोताई बरतने वाले ठेकेदारों पर कार्यकारी अभियंता व अधीक्षक अभियंता कार्रवाई कर सकेंगे। मेंटेनंस व रनिंग वर्क के लिए एक सप्ताह में नए टेंडर जारी करने को कहा है। महावितरण ने मेंटेनेंस व मानसून पूर्व तैयारी के काम करने के लिए 2019-20 में कई एजेंसियों की नियुक्ति की थी। इन एजेंसियों पर ट्रांसफार्मर लगाने, मेंटेनंेस करने, एलटी लाइन-एचटी लाइन डालने, केबल बिछाने, नए कनेक्शन जोड़ने, पेड़ों की शाखाआें की कटाई व दुरुस्ती कार्य की जिम्मेदारी दी थी। मार्च 2022 में कार्यकाल खत्म हाेने के बाद 3 महीने का एक्सटेंशन (विस्तार) दिया गया था। महावितरण मानसून के पूर्व मेंटेनंेस व दुरुस्ती कार्य करता है। इसमें बिजली उपकरण, संसाधनों की दुरुस्ती के साथ ही बिजली आपूर्ति के लिए जरूरी हर उपायों पर काम करना होता है। बिजली के तारों में फंसे पेड़ों की शाखाएं भी काटनी होती हैं। लेबर कॉस्ट बढ़ने का कारण बताकर कई एजेंसियों ने काम करना बंद कर दिया। बार-बार सूचना देने के बावजूद एजेंसियां अभियंताआें की बात को मान नहीं रहे थे। वितरण केंद्र से एरिया में बिजली आपूर्ति होती है। कई दिनों से वितरण केंद्र का काम प्रभावित हो रहा है।
नहीं रुकना चाहिए काम : महावितरण (वितरण-2) के कार्यकारी निदेशक ने 1 जुलाई को आदेश जारी कर काम नहीं करने वाली एजेंसियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। सहायक अभियंता संबंधित एजेंसी या ठेकेदार का प्रस्ताव कार्यकारी अभियंता के पास भेंजेंगे। कार्यकारी अभियंता व अधीक्षक अभियंता इन पर कार्रवाई करेंगे। इसी तरह एक सप्ताह में नए टेंडर जारी कर काम का वितरण करने को कहा गया है। कार्यकारी अभियंता व अधीक्षक अभियंता अपने स्तर पर टेंडर जारी कर सकते हैं। डीपीडीसी के तहत किए जाने वाले काम इस माध्यम से किए जाएंगे। महावितरण ने स्पष्ट किया कि किसी भी सूरत में काम नहीं रुकना चाहिए।