एसईसीएल के बंगवार कोयला खदान में दबी 90 करोड़ रुपए की मशीन 20 दिन में निकली
44 हजार टन कोयले का उत्पादन हुआ प्रभावित एसईसीएल के बंगवार कोयला खदान में दबी 90 करोड़ रुपए की मशीन 20 दिन में निकली
डिजिटल डेस्क धनपुरी/शहडोल एसईसीएल के सोहागपुर एरिया अंतर्गत बंगवार भूमिगत कोयला खदान में 90 करोड़ रुपए की मशीन फंसने के बाद 20 दिन में बाहर निकाला जा सका। यहां कोयला उत्पादन के लिए लगी कांटिन्यर माईनर (सीएम) मशीन 6 अप्रैल को दब गई थी, जिसे लगातार प्रयास के बाद 24 अप्रैल को बाहर निकाला गया। मशीन फंसने के कारण कोयला उत्पादन पर असर पड़ा। एसईसीएल ने जेएमएस नामक निजी कंपनी को कोयला उत्पादन का ठेका दिया है। बंगवार खदान से प्रतिदिन 22 सौ टन कोयले का उत्पादन किया जाता है। ऐसे में 20 दिन तक उत्पादन ठप रहने से 44 हजार टन कोयला उत्पादन प्रभावित होने की बात कही जा रही है। सीएम मशीन के फंसने के बाद अब उत्पादन के लिए मशीन के ठीक होने का इंतजार करना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि पाट्र्स मंगवाए गए हैं। मशीन से उत्पादन प्रारंभ होने में चार दिन का समय लग सकता है।
मशीन फंसने पर उठ रहे सवाल
बंगवार भूमिगत खदान में मशीन के फंसने पर सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि एसईसीएल के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मशीन फंस गई और कोयला उत्पादन पर असर पड़ा। 20 दिन तक कोयला उत्पादन न होने से नुकसान नहीं हुआ है। हम इस कमी को आगे कवर कर लेंगे। बंगवार माइंस ने अपना टारगेट एक माह पहले की पूरा कर लिया है।
विनय सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अमलाई बंगवार दामिनी