स्कूल संचालक से 28 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी
स्कूल संचालक से 28 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूल संचालक को लाखों रुपए से ठगा गया है। आरोपी ने उन्हें मंत्रालय की िकसी कमेटी का सदस्य बनाने का झांसा देकर उससे लाखों रुपए ऐंठ लिए हैं। प्रकरण में और भी गंभीर खुलासे होने की संभावना है। मामले में दमन दीव के एक आरोपी के खिलाफ अजनी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। स्कूल संचालक दीपक मारोतराव नागोसे (45) जूना सुभेदार ले-आउट निवासी है, जबकी हाजी अामीन कुरैशी दमन दीव निवासी है। 1 मई 2016 को रामेश्वरी रोड स्थित जयलक्ष्मी ऑटो सर्विस सेंटर में परिचित मंगेश जागेश्वर खडतकर नामक व्यक्ति की मदद से दीपक की दमन दीव निवासी हाजी आमीन कुरैशी से पहचान हुई। उस समय हुई औपचारिक बातचीत के दौरान हाजी आमीन ने दीपक को बताया कि मंत्रालय में उसकी गहरी पैठ है। कई नेता और अधिकारियों से उसकी पहचान है, जिससे दीपक ने भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की कमेटी में सदस्य बनने की इच्छा व्यक्त की। इसके लिए वह रुपए भी खर्च करने को तैयार था। आमीन ने सदस्य बनाने का वादा कर 1 मई 2016 से 25 जनवरी 2019 के बीच दीपक से कुल 28 लाख 50 हजार ले लिया है। लेन-देन नकदी और बैंक खाते के जरिए हुआ है। इसके बाद भी दीपक को कमेटी का सदस्य नहीं बनाया गया है। रुपए देने के बाद आमीन का टालमटोल रवैया रहा, जिससे दीपक को खुद के साथ धोखाधड़ी होने का अहसास हो गया। मामले की शिकायत संबंधित थाने में की गई, लेकिन महीनों तक जांच पड़ताल जारी होने का हवाला देकर प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। इस बीच गुरुवार को अजनी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रकरण में और भी गंभीर खुलासे होने की संभावना है। जांच जारी है।
शोरूम के सेल्स टीम लीडर की मिलीभगत से 10.11 लाख का चूना
इससे पहले एक शोरूम में कार्यरत सेल्स टीम लीडर की मिलीभगत से करीब 10.11 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपियों ने ग्राहकों से पैसे लेने के बाद कंपनी में जमा करने के बजाय खुद खर्च कर डाले। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्लाॅट नंबर 203, पारस अपार्टमेंट, वर्धमान नगर, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पास रहने वाले चंद्रभान कश्मीरीलाल अग्रवाल (52) ने कलमना थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। उन्होंने पुलिस को बताया कि कलमना परिसर के डिप्टी सिग्नल रोड स्थित खेमका मोटर्स प्रा. लि. कंपनी में प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। इस शोरूम में तीन सीटर बजाज ऑटो बेचे जाते है। मार्च 2018 में चंद्रभान ने प्लाट नंबर 16 साईंबाबा नगर, खरबी निवासी आरोपी चेतन माधवराव सोनकुसले (29) को अपने शोरूम में सेल्स टीम लीडर के पद पर नौकरी पर रखा था। चेतन के साथ तीन लोग कार्य करते थे। चेतन ग्राहकों से ली गई रकम को काउंटर पर जमा करने का काम करता था। मार्च 2019 में ऑटो की संख्या कम नजर आई, तब चंद्रभान ने कैश काउंटर के कम्प्यूटर की जांच की तो उसमें रकम को लेकर हेराफेरी किए जाने का खुलासा हुआ। इस कम्प्यूटर में अलग-अलग कई ग्राहकों को ऑटो बेचने की बात सामने आई, लेकिन आॅटो बिक्री के बाद करीब 5 लाख रुपए कंपनी में जमा नहीं किए गए। जब चेतन से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने यह रकम अपने पास रख ली है उसे शीघ्र ही जमा कर देगा। इसके बाद उसने 5 लाख में से सिर्फ 3 लाख 50 हजार रुपए ही जमा किए। 1 लाख 50 हजार रुपए की रकम देने में टालमटोल करने लगा था। बाद में अचानक कंपनी में आना बंद कर दिया। उसके बाद जब छानबीन की गई तो बड़ी रकम के गबन का खुलासा हुआ।
बैच-बिल्ला बनाने के नाम पर रकम हड़पी
आरोपी ने कई ग्राहकों को लाइसेंस, बैच-बिल्ला बनाने के नाम पर भी रकम ली थी। आरोपी चेतन ने करीब 8 लाख 61 हजार 53 रुपए नकद ग्राहकों से लिया था। ग्राहकों और कंपनी की रकम मिलाकर उसने करीब 10 लाख 11 हजार रुपए का धोखाधड़ी की है। कलमना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।