स्मार्ट सिटी की बोर्ड मीटिंग में 500 करोड़ के 5 बड़े प्रोजेक्ट को ग्रीन सिग्नल
स्मार्ट सिटी की बोर्ड मीटिंग में 500 करोड़ के 5 बड़े प्रोजेक्ट को ग्रीन सिग्नल
डिजिटल डेस्क, सतना। स्मार्ट सिटी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग में बुधवार को यहां एबीडी(एरिया बेस्ड डेवलपमेंट) के लिए चिन्हित कुल 662 एकड़ भूमि में से शासकीय हिस्से की 380 एकड़ जमीन के मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी गई। बोर्ड के चेयरमैन और कलेक्टर डॉ.सतेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मास्टर प्लान में शामिल 380 एकड़ शासकीय भूमि को कुल 20 सेक्टर में बांटने का भी निर्णय लिया गया। बोर्ड की सातवीं बैठक में कुल मिला कर स्मार्ट सिटी से जुड़े 5 बड़े प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी गई।
ओल्ड सिटी के लिए स्मार्ट स्टेप
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के अलावा बोर्ड मीटिंग में तकरीबन 300 करोड़ की कार्ययोजना के तहत ओल्ड सिटी के डेवलपमेंट के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। बैठक में जानकारी दी गई कि इस तरह से कुल 500 करोड़ की लागत के कामों को ढाई से 3 साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ट्रैफिक मैनेजमेंट
पुराने शहर में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट पर खासकर फोकस है। मसलन- 36 करोड़ 36 लाख की लागत से सर्किट हाउस चौक, धवारी, सिविल लाइन और सिटी कोतवाली चौक को सुगम यातायात के लिए नए सिरे से विकसित किया जाएगा। इन चौराहों के चौड़ीकरण के साथ हाई फ्रीक्वेंसी सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं स्पीड डिटेक्टर लगाने के साथ साथ जेब्रा क्रासिंग और स्पॉट लाइन भी डाली जाएगी। पुराने शहर में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट के अंतर्गत ही शहर के 13 प्रमुख चौराहों और 20 तिराहों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। इसके अलावा शहर के इन्ट्री और एक्जिट प्वाइंट भी विकसित किए जाएंगे।
8 मल्टी स्टोरी पार्किंग
ओल्ड सिटी डेवलपमेंट के तहत 2 करोड़ 64 लाख की लागत से शहर के मेन मार्केट के 8 स्पॉट मल्टी स्टोरी पार्किंग के लिए चिन्हित किए गए हैं। मुख्य बाजार के व्यस्ततम पन्नीलाल चौक, स्टेशन रोड से जुड़े टर्न, बिहारी चौक, जय स्तंभ चौक, गांधी चौक, शास्त्री चौक, हनुमान चौक और नगर निगम की मौजूदा पार्किंग में ऐसी मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाई जाएंगी,जहां घर से निकलने के पहले ही वाहन मालिक पार्किंग के लिए ऑन लाइन स्पॉट को रिजर्व करा सकेंगे।
वाटर सप्लाई
ओल्ड सिटी की वाटर सप्लाई को इंटेलिजेंट बनाने के लिए 41 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इन प्रावधानों के तहत जलावर्धन और अमृत योजना को अधिकतम स्मार्ट बनाया जाएगा। पानी की गुणवत्ता, सतत आपूर्ति, मांग से अधिक उपलब्धता, पावर आपूर्ति के मेंटीनेंस, पानी सप्लाई की टाइमिंग, वाटर फ्लो और स्पीड साथ पानी के समुचित उपयोग और दुरुपयोग की ऑनलाइन मानीटरिंग भी कराई जाएगी। इसके लिए संयुक्त कलेक्टे्रट भवन में कमांड सेंटर बनाया गया है।
70 स्कूलों में होंगे स्मार्ट क्लास
स्मार्ट सिटी सतना के 70 स्कूलों में स्मार्ट क्लास डेवलप की जाएंगी। इन स्कूलों में ई-स्कूलिंग की तकनीक उपलब्ध कराई जाएगी। प्रायलट प्रोजेक्ट के तहत अभी 12 करोड़ की लागत से जिला मुख्यालय के 7 सरकारी स्कूलों कन्या धवारी, व्यंकट वन ,व्यंकट टू, एमएलवी, घूरडांग ,सिंधी कैंप और बगहा स्थित सरकारी स्कूल को शामिल किया गया है।