नक्सल विरोधी अभियान में शामिल गडचिरोली के हैलिकॉप्टर का किराया 8 करोड़ 89 लाख
नक्सल विरोधी अभियान में शामिल गडचिरोली के हैलिकॉप्टर का किराया 8 करोड़ 89 लाख
डिजिटल डेस्क, मुंबई। गडचिरोली में नक्सल विरोधी अभियान के लिए इस्तेमाल किए गए हैलिकॉप्टर के छह महीने का किराया 8 करोड़ 89 लाख 12 हजार रुपए है। जो मुंबई की पवन हंस हेलीकॉप्टर्स लिमिटेड कंपनी को चुकाया जाएगा। शुक्रवार को प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। इसके अनुसार पवन हंस कंपनी को साल 2017 में अप्रैल से सितंबर महीने के बीच इस्तेमाल किए गए हैलिकॉप्टर के किराए के तौर पर यह भुगतान दिया जाएगा।
नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस को दी मजबूती
प्रदेश में नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस दल को मजबूती प्रदान करने, नक्सली हमले में जख्मी व्यक्तियों और जवानों को लाने ले जाने, जख्मी जवानों को तुरंत चिकित्सा सहायता, जवानों को खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने और संदिग्ध इलाकों में दौरे के लिए किराए के हैलिकॉप्टर का उपयोग किया जाता है। इसके लिए पवन हंस कंपनी के डॉफिन-एन हैलिकॉप्टर की सेवा ली जाती है। सरकार ने किराए के हैलिकॉप्टर के उपयोग के लिए कंपनी से करार किया है।
बड़े-बड़े ऑपरेशन के अंजाम देने में सक्षम
आपको बता दें, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़े-बड़े ऑपरेशन के अंजाम देने के लिए पवनहंस हैलिकॉप्टर्स की मदद ली जाती है। जिसमें पायलट की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होती है। कब और कहां हैलिकॉप्टर्स उतारना है। इसके लिए पायलट ही जिम्मेंदार होता है।महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के जंगलों में खतरनाक ऑपरेशन्स को अंजाम देने में पवन हंस कंपनी अपने हैलिकॉप्टर्स के साथ पायलट भी देती हैं। पिछले कई सालों से लगातार पायलट इस काम में सेना और पुलिस की मदद कर रहे हैं। कंपनी को 2017 में अप्रैल से सितंबर तक का किराया दिया जाएगा।