घोड़े होने लगे बीमार, ब्लड सैंपल लिए गए
घोड़े होने लगे बीमार, ब्लड सैंपल लिए गए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। घोड़ों में खतरनाक और लाइलाज बीमारी ग्लैंडर्स के कारण मध्यप्रदेश में उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पड़ोसी राज्य के इस कदम का असर नागपुर पर भी है। यहां पशु चिकित्सा विभाग की ओर से शहर के सभी घोड़ों के ब्लड सैंपल जमा किए जा रहे हैं। सैंपल जांच के लिए हिसार स्थित कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस भेजे जाएंगे।
पिछले वर्ष हुई थी सैंपलों की जांच
महाराष्ट्र स्टेट वेटरनरी काउंसिल, नागपुर के अध्यक्ष डॉ. अजय पोहरकर ने बताया कि, पिछले वर्ष एक घोड़े में बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर उसे गोली मार दी गई थी। उन्होंने बताया कि, लक्षण काफी सीमित थे, फिर भी सुरक्षा की दृष्टि से कदम उठाया गया। उन्होंने बताया कि, सैनिक स्कूल और वेटरनरी कॉलेज के घोड़ों के ब्लड सैंपल ले लिए गए हैं। कठिनाई घोड़े वालों के एक-एक घोड़े तक पहुंचने की है। उन्होंने बताया कि, पिछले वर्ष भी शहर के सभी घोड़ों के ब्लड सैंपलों की जांच हुई थी।
शहर में कितने घोड़े
घोड़ों के पंजीयन की व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर में फिलहाल कितने घोड़े हैं, यह बता पाना मुश्किल है। हालांकि शादी-ब्याह में घोड़े उपलब्ध कराने वालों के मुताबिक शहर में 40 से 45 घोड़े वालों के पास 200 से 250 घोड़े हैं। इसके साथ ही सैनिक स्कूल और वेटरनरी कॉलेजों में भी कुछ घोड़े हैं। डॉ. पोहरकर ने कहा कि, पशु गणना के बाद घोड़ों की सही संख्या बताना संभव होगा। उन्होंने कहा, फिलहाल संख्या 70 से 75 के बीच हो सकती है।
नागपुर में नहीं हुई है बीमारी
मेरे पास चार घोड़े हैं। दो से तीन माह के बीच उन्हें किसी न किसी कारण पशु चिकित्सकों को दिखाना ही पड़ता है। हमने नागपुर में किसी घोड़े में इस बीमारी के बारे में नहीं सुना है। हमें पता है कि, यह बीमारी खतरनाक है और कई जगहाें पर घोड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया गया हैै।
-सुधाकर डोरले, घोड़े वाला