बरसात में गर्मी ने किया हलकान, मौसम के मिजाज से विभाग को भी आया पसीना
बरसात में गर्मी ने किया हलकान, मौसम के मिजाज से विभाग को भी आया पसीना
डिजिटल डेस्क,नागपुर। मानसून आने के बाद भी पर्याप्त बारिश न होने से हर कोई परेशान है। नागपुर में मानसून ने 23 जून को कदम रखा था। 20 जून के बाद शहर में अब तक 25.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। यह औसत वर्षा 63.8 मिमी से 60 प्रतिशत कम है। मानसून सत्र के प्रारंभ 1 जून से अब तक शहर में 77 प्रतिशत वर्षा कम रिकार्ड हुई है। तब से अब तक मात्र 31.3 मिमी वर्षा ने शहर को भिगोया है, जबकि इस काल में 133.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज होनी थी। कमोबेश विदर्भ का भी यही हाल है। विदर्भ में 1 जून से अब तक मात्र 34.9 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है, जो औसत से 73 प्रतिशत कम है।
शुक्रवार को उम्मीद थी कि मेघ गरजेंगे भी और बरसेंगे भी, लेकिन इस उम्मीद पर पानी फिर गया। मौसम जानकारों की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती चक्र थम सा गया है। इसके चलते उपराजधानी को हल्की बौछारों से ही संतोष करना पड़ सकता है। आज दोपहर बाद वर्षा की उम्मीद है। गुरुवार को सुबह से मौसम सुहाना बन रहा था। लगा बौछारें शहर को भिगोने आ सकती हैं। सुबह करीब 11 बजे मौसम ने पलटी खाई और तीखी धूप के साथ उमस ने परेशान करना शुरू कर दिया।
पूरे दिन लोग पसीने से तर-बतर नजर आए। ऊपरी सतह पर नमी की कमी के चलते घरेलू बादल भी सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं। नमी का स्तर बढ़ा तो है, लेकिन वर्षा के लिए न काफी है। उल्टा उमस में वृद्धि कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में आंध्र व ओड़िशा तट पर एक चक्रवाती चक्र बना हुआ है, जिसका ऊपरी मुहाना दक्षिण पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इसके प्रभाव से विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा ओड़िशा में कुछ स्थानों पर अच्छी बरसात के आसार बन रहे हैं।
ऐसा रहा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री ऊपर है। न्यूनतम तापमान सामान्य पर 24.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता अधिकतम 83 तथा न्यूनतम 51 प्रतिशत रही।