इस्तेमाल किए गए मास्क धोकर दोबारा बेचने की साजिश का भंडाफोड़, एफआईआर दर्ज छानबीन शुरु
इस्तेमाल किए गए मास्क धोकर दोबारा बेचने की साजिश का भंडाफोड़, एफआईआर दर्ज छानबीन शुरु
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच महानगर से सटे भिवंडी इलाके में एक लाख से ज्यादा मास्क खुले में फेंके मिलने से सनसनी फैल गई है। आरोप है कि मास्क विदेश में इस्तेमाल किए गए हैं और भारी मांग को देखते हुए इन्हें धोकर फिर से बाजार में बेंचने की साजिश थी लेकिन किसी ने वीडियो बनाकर इस सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसके बाद मास्क फेंक दिया गया। नारपोली पुलिस ने संक्रामक रोग फैलने को लेकर लापरवाही बरतने और लोगों की जान खतरे में डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने बताया कि रविवार देर रात मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। मास्क कहां से आए, इन्हें कौन लाया और क्या इनका पहले इस्तेमाल किया जा चुका था इसकी छानबीन की जा रही है। मामले में अन्न व औषधि प्रशासन (एफडीए) और स्वास्थ्य विभाग की भी मदद ली जा रही है। दरअसल रविवार सुबह रेती बंदर रोड पर स्थित पूर्णागांव में पाइप लाइन के पास लाखों की संख्या में फेंके गए मास्क की ओर लोगों का ध्यान गया। फिलहाल कोरोना बीमारी के चलते बाजार में मास्क की काफी मांग है।
आरोप है कि विदेश में इस्तेमाल हुए मास्क किसी ने मंगाकर भिवंडी के एक गोदाम में रखे थे। यह मास्क धोकर फिर से बाजार में बेंचे जाने थे लेकिन मास्क धोकर सुखाते वक्त किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायलर कर दिया। इसके बाद भिवंडी में हड़कंप मच गया। दावा किया जा रहा था कि वीडियो दोपाडा इलाके में स्थित एक गोदाम का है लेकिन स्थानीय पुलिस छानबीन के लिए पहुंची तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस को लगा कि शायद वीडियो किसी और जगह का है लेकिन स्थानीय ग्रामपंचायत में ग्राम सेवक अमोल कदम ने पुलिस को बताया कि वीडियो उसी गोदाम का है वहां काम करने वाले इमरान शेख नाम के एक कर्मचारी ने उन्हें इसकी जानकारी दी है।
मामले में कदम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शेख के खिलाफ आईपीसी की धारा 269 के तहत एफआईआर दर्ज कर की। डीसीपी शिंदे ने बताया कि शेख को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मामले में शामिल दूसरे आरोपियों की पहचान की भी कोशिश की जा रही है।