गुढ़ी पाड़वा के दिन कोरोनामुक्त दंपति लौटे अपने घर
गुढ़ी पाड़वा के दिन कोरोनामुक्त दंपति लौटे अपने घर
डिजिटल डेस्क, पुणे । राज्य के पहले कोरोनाग्रस्त मरीज पुणे निवासी दंपति अब पूरी तरह से कोरोनामुक्त हो गए हैं। बुधवार को गुढ़ी पाड़वा के दिन उन्हें अस्पताल से घर छोड़ा गया। पुणे निवासी उक्त दंपति अपने शादी के रजत महोत्सवी वर्ष मनाने के लिए दुबई गए हुए थे। वहीं पर उन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ। पुणे आने के बाद 9 मार्च को उन्हें कोरोना संक्रमण का निदान हुआ और उन्हें मनपा के डॉ. नायडू अस्पताल में भर्ती कराया गया। पिछले 16 दिनों से दोनों आइसोलेशन वार्ड में थे। विगत दो दिनों मंप उनकी दो बार जांच की गई जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसलिए गुढ़ी पाड़वा के दिन उन्हें अस्पताल से छोड़ा गया। अस्पताल से घर आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए उन्हाेंने कहा कि हमनें चिकित्सा सलाहों का पूरी तरह से पालन किया। इसलिए हमारी दोनों जांच रिपोर्ट निगेटिव आई हुई है। अब हम कोरोना मुक्त हो गए हैं। हमें विश्वास है कि कोरोना से जूझ रहे सभी मरीज ठीक होंगे और वे भी निरोगी होकर घर जा सकेंगे। चिकित्सा सलाहों का पालन करने पर कोरोना ठीक हो सकता है। सरकार, शासकीय यंत्रणाओं द्वारा दी गई सूचनाओं का पालन किया तो हमारा देश भी कोरोना मुक्त होकर रहेगा। नायडू अस्पताल के सभी डॉक्टर, नर्स, कर्मियों का हम मन से आभार व्यक्त करते हैं।
अन्य तीन मरीजों के रिपोर्ट भी निगेटिव
विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने बताया कि पहले कोरोना बाधित दंपति को अस्पताल से छोड़ा गया है। उनके बाद जिन कोरोना बाधित तीन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उनकी भी दूसरी बार जांच की गई है। दूसरी जांच की रिपोर्ट भी निगेटिव आने पर गुरूवार को उन्हें भी घर छोड़ा जाएगा।
पुणे विभाग में 37 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव
डॉ. म्हैसेकर ने बताया कि पुणे विभाग के कुल पांच जिलों से कुल 825 नमूने जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 737 की रिपोर्ट मिली हुई हैं। उनमें 692 रिपोर्ट निगेटिव आई हुई है जबकि 37 रिपोर्ट पाजिटिव आए हैं। इसका मतलब यह है कि लगभग 90 फीसदी रिपोर्ट निगेटिव आई हुई है। यह संतोषजनक बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों का जो लाक डाउन लागू किया है उसका कोई भी उल्लंघन ना करें। सभी के सहयोग से इस संकट पर मात की जा सकती है।