काेरोना का असर : थम गई चुनावों की सारी तैयारियां
काेरोना का असर : थम गई चुनावों की सारी तैयारियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर। काेरोना को लेकर सजगता उपाययोजना का असर राजनीतिक क्षेत्र पर भी पड़ा है। सारी राजनीतिक गतिविधियां थम गई है। बैठकों का दौर लगभग समाप्त हो गया है। खास बात यह है कि कार्यकर्ताओं व लोगों से घिरे रहनेवाले राजनीतिक कार्यकर्ताओं को राहत की सांस लेने का मौका मिल रहा है। सबसे बड़ी राहत ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर है। अप्रैल में राज्य में ग्राम पंचायत चुनाव होनेवाले थे। इनमें पूर्व विदर्भ की कई ग्राम पंचायतें भी शामिल है। विधानमंडल के बजट अधिवेशन में यह मामला भी उठा था। विधायकों का कहना था कि कोरोना को लेकर बने वातावरण का असर इन चुनावों पर पड़ सकता है। फिलहाल सरकार ने सभी स्थानीय निकाय संस्थाओं के चुनाव को टाल दिए हैं। लिहाजा ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर भी कोई हलचल नहीं हैं। चुनाव तैयारी के मामले में भाजपा अक्सर सदैव आगे रहती है। लेकिन भाजपा के धंतोली स्थित विदर्भ विभागीय कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने भी आना जाना बंद कर दिया है। राकांपा के गणेशपेठ स्थित कार्यालय में होली उत्सव के बाद धूल चढ़ने लगी है। यही स्थिति कांग्रेस के कार्यालय देवडिया भवन की है।
विधानपरिषद की चर्चा तक नहीं
विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के लिए चुनाव की हलचल तेज हो गई थी। लेकिन अब कहीं चर्चा तक नहीं हो रही है। हालांकि इस चुनाव के लिए मतदान कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है। लेकिन माना जा रहा था कि मई में अंत तक चुनाव हो जाएगा। चुनाव तैयारी के तहत भाजपा ने नागपुर विभाग के सभी 6 जिलों में बैठक ली है। कालेज प्रबंधन व शिक्षा क्षेत्र के संगठनाें से संपर्क किया है। अकेले नागपुर शहर में 2 लाख से अधिक मतदाता पंजीयन कराने का लक्ष्य भाजपा ने रखा है। लेकिन कोरोना इफेक्ट के बाद से चुनाव तैयारी के कार्य काे िवश्राम दे दिया गया है। उधर कांग्रेस ने इस चुनाव में दम दिखाने का निर्णय तो लिया लेकिन चुनाव तैयारी के तहत नेताओं की बैठक तक नहीं हो पा रही है। विधानमंडल के अधिविशेन के समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने मुंबई में बैठक ली थी। उस बैठक में पूर्व विदर्भ के सभी प्रमुख कांग्रेस पदाधिकारी थे। इच्छुक उम्मीदवार भी थे। यहां के कांग्रेस के तीनों मंत्रियों की उपस्थिति में निर्णय लिया गया था कि 20 मार्च से चुनाव कार्य को गति दी जाएगी। बैठकों का दौर शुरु होगा। विधायक व मंत्री को टारगेट भी दिया गया था। लेकिन सारी तैयारियों को विराम दे दिया गया है। कांग्रेस के एक पदाधिकारी के अनुसार कुछ नेताओं ने तो परिवार के साथ सैर पर निकलने की तैयारी की है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय
यह जरुर है कि कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सक्रिय है। कोरोना के बारे में जनजागरण को प्रचार का माध्यम बनाया जा रहा है। नगरसेवक, विधायक से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि गो कोरोना के आव्हान के साथ सोशल मीडिया पर जनसंपर्क कर रहे हैं।