सीएम पर विखे पाटील के आरोपों को उठाएगी कांग्रेस, गृहनिर्माण मंत्री मेहता को भी हटाने की मांग
सीएम पर विखे पाटील के आरोपों को उठाएगी कांग्रेस, गृहनिर्माण मंत्री मेहता को भी हटाने की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर राधाकृष्ण विखे पाटील द्वारा मुंबई के डीपी प्लान को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर लगाए आरोपों के मामले को अब कांग्रेस पार्टी आगे ले जाएगी। विखे पाटील कांग्रेस पार्टी छोड़ कर जल्द भाजपा में शामिल होने वाले हैं। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि बतौर विपक्ष के नेता विखे पाटील ने मुंबई के विकास प्रारुप में 10 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने यह मामला सदन में उठाते हुए मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही थी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के वक्त हुए घटनाक्रमों के बाद विखे पाटील ने पाला बदल लिया है। सावंत ने कहा कि मैंने खुद वह फाईल देखी है। इससे संबंधित कागजात हासिल करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को हम छोड़ेंगे नहीं।
एसआरए घोटाले में लोकायुक्त की प्रतिकुल रिपोर्ट के बाद विपक्ष आक्रामक
राज्य के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एमपी मिल कम्पाउंड एसआरए घोटाले की जांच कर रहे लोकायुक्त द्वारा मेहता की भूमिका पर सवाल खड़े करने के बाद विपक्ष आक्रामक हो गया है। कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस ने मेहता को मंत्रिमंडल से हाटने की मांग की है। विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विपक्ष को सरकार पर हमला करने के लिए एक बड़ा मौका मिल गया है। लोकायुक्त की रिपोर्ट 17 जून से शुरु हो रहे बजट सत्र में पेश की जा सकती है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने गुरुवार को कहा कि एसआरए योजना में मंत्री मेहता की भूमिका को लेकर लोकायुक्त ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अब सरकार इस मामले में अपनी भूमिका साफ कर मेहता को तुरंत मंत्रीमंडल से हटा कर उनके खिलाफ फौजदारी मुकदमा दर्ज कराए। सावंत ने कहा कि मुंबई के ताडदेव स्थित एमपी मिल एसआरए परियोजना में गृह निर्माण मंत्री मेहता ने एफएसआई घोटाला कर बिल्डर एसडी कॉरपोरेशन को करोड़ों का फायदा पहुंचाया था। उन्होंने नियमों को दरकिनार कर यहां की एफएसआई किसी अन्य जगह इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की थी। संबंधित फाईल पर मेहता ने रिमार्क दिया था कि इस प्रकरण से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है। बाद में कांग्रेस पार्टी द्वारा इस मामले को उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने स्थगन देते हुए मामले की जांच लोकायुक्त से कराए जाने के आदेश दिए थे। सावंत ने सवाल किया कि क्या लोकायुक्त की यह रिपोर्ट चुनाव से पहले सरकार को सौप दी गई थी? उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि जब उसे लोकायुक्त की रिपोर्ट मिल गई है तो मंत्री मेहता के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। सावंत ने कहा कि लगता है कि इस घोटाले में केवल मेहता शामिल नहीं हैं बल्कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी सहभागी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने बीते 18 अप्रैल को लोकायुक्त को पत्र लिखकर इस मामले का फैसला जल्द करने की मांग की थी। लेकिन लोकायुक्त के यहां से कोई जवाब नहीं मिला।
लोकायुक्त की रिपोर्ट में दोषी पाए गए हैं मेहता: जयंत पाटील
प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील ने मेहता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि क्या फडणवीस मंत्रिमंडल के अन्य मंत्रियों की भी इसी तरह निष्पक्ष जांच होगी। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त की रिपोर्ट में मेहता दोषी पाए गए हैं। पाटील न कहा कि इसके पहले मुख्यमंत्री ने मेहता को क्लिनचिट दी थी। लेकिन अब जांच में सब साफ हो चुका है।