मुस्लिम आरक्षण पर उद्धव के रुख से कांग्रेस-एनसीपी नाराज, थोरात बोले- हम प्रतिबद्ध
मुस्लिम आरक्षण पर उद्धव के रुख से कांग्रेस-एनसीपी नाराज, थोरात बोले- हम प्रतिबद्ध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुस्लिम आरक्षण को लेकर फिलहाल मेरे सामने कोई प्रस्ताव नहीं है, इसलिए इस पर कोई फैसला नहीं किया गया है। अगर यह मुद्दा सामने आया तो इसकी वैधानिकता की जांच कर आगे फैसला करेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष को जल्दबाजी करने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री का यह बयान सरकार में शामिल कांग्रेस-राकांपा नेताओं को नहीं भाया है। बता दें कि अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने शुक्रवार को विधान परिषद में कहा था कि फिलहाल मुस्लिम समुदाय को शिक्षा में पांच फीसदी आरक्षण देने के लिए अध्यादेश लाया जाएगा। मंगलवार को विधानभवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उद्धव ने कहा कि इस मुद्दे पर शिवसेना की कोई भूमिका नहीं है। समय आने पर सरकार जरूरी फैसला लेगा अभी किसी को अपनी ताकत व्यर्थ नहीं करनी चाहिए। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर उद्धव ने कहा कि फिलहाल यह मामला अदालत में है और सरकार पूरी ताकत से अपना पक्ष रख रही है।
एनपीआर, एनआरसी के लिए समिति
राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर राज्य में महाविकास आघाड़ी की तीनो पार्टियों के वरिष्ठ सदस्यों की समिति बनाई जाएगी। यह समिति प्रावधानों का अध्ययन करेगी और उसके सुझावों के आधार पर राज्य सरकार मामले में आगे फैसला लेगी। उद्धव ने कहा कि वे किसी को राज्य के नागरिकों का अधिकार छीनने नहीं देंगे।
7 मार्च को उद्धव जाएंगे अयोध्या
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे 7 मार्च को भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे अपनी आस्था के चलते अयोध्या जा रहे हैं राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। गठबंधन की दूसरी पार्टियों के नेताओं के साथ जाने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि भगवान के दरवाजे सबके लिए खुले हैं जो भी उनके साथ जाना चाहता है आ सकता है।
भाजपा पर निशाना
उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा गोवंश हत्या का कानून वापस लेने की बात बिल्कुल निराधार है, उन्होंने कहा कि इस तरह की बेसिर पैर की बातें करने के बजाय भाजपा को गोवंश रक्षा से जुड़ा कानून गोवा समेत पूरे देश में लाना चाहिए। दिल्ली में हुए दंगों पर उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन और पुलिस चाकचौबंद है। भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सबकों पता है कि दिल्ली दंगों के पीछे कौन है इसके लिए इशारा करने की भी जरूरत नहीं है।
फंस गई केंद्र की फसल बीमा योजना
उद्धव ने कहा कि किसान कर्जमाफी की गति अब तेज हो गई है। 21 लाख 81 हजार कर्जाखातों की सूची तैयार कर ली गई है। 10 लाख किसानों का प्रमाणीकरण शुरू है और सवा 7 लाख किसानों के खाते में पैसे भेजने की शुरूआत हो गई है। लोग 400 महीने में कर्जमाफी पूरी होने की बात करते हैं लेकिन यह योजना जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को राहत देने से जुड़े सवाल पर उद्धव ने कहा कि पंचनामें कि प्रक्रिया जारी है। किसानों को पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री की योजना है उससे कितना फायदा होता है यह देखकर आगे का फैसला लेंगे। केंद्र सरकार की किसान फसल बीमा योजना पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि यह असफल है और फसल योजना खुद फंस गई है।
नहीं बदलेंगे सामना के तेवर
पार्टी के मुखपत्र सामना का ‘संपादक’ पद पर पत्नी रश्मी ठाकरे को सौंपने पर उन्होंने कहा कि इससे ‘सामना’ के तेवर नहीं बदलेंगे। सामना के संपादकीय विभाग की जिम्मेदारी संजय राऊत के पास ही रहेगी। ‘सामना’ की भाषा हमारी पितृभाषा है, जो बालासाहेब से मिली है। इस भाषा में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सामना, शिवसेना और ठाकरे अलग नहीं हो सकते।
मुसलमानों को आरक्षण देना कांग्रेस की प्रतिबद्धता
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बाला साहेब थोरात ने साफ कहा है कि मुलसमानों को आरक्षण देना कांग्रेस की प्रतिबद्धता है। राज्य सरकार गठबंधन के घटक दलों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा के बाद फैसला करेगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जो कुछ कहा है, वह सच है क्योंकि इस मुद्दे पर अब तक कोई चर्चा नहीं हुई। हमने (कांग्रेस-राकांपा) पहले मुसलमानों को आरक्षण दिया था। यह कांग्रेस-राकांपा के घोषणापत्र का हिस्सा है। इसलिए हम इसे देना चाहते हैं।”