चिटफंड योजना के नाम पर लोगों को ठगने वाला सराफा व्यवसायी गिरफ्तार
चिटफंड योजना के नाम पर लोगों को ठगने वाला सराफा व्यवसायी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कामठी के संजय ज्वेलर्स के संचालक अजय फकीरचंद गुरव पर स्वर्ण योजना के नाम पर ग्राहकों से लाखों रुपए ठगने के मामले में कामठी के जूना पुलिस थाने में धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। देर रात पुलिस ने अजय गुरव को गिरफ्तार कर गुरुवार को नागपुर के विशेष सत्र न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने अजय को चार दिन की (17 फरवरी तक) पुलिस रिमांड में भेज दिया है। पुलिस ने शिकायतकर्ताओं की संख्या और धोखाधड़ी की राशि का आंकड़ा भी बढ़ने की संभावना जताई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सोनार ओली स्थित संजय ज्वेलर्स द्वारा स्वर्ण योजना चलाई जा रही थी। इस योजना में ग्राहकों ने अपनी मेहनत की कमाई योजना में लगाई। स्कीम का समय पूरा होने पर जमा राशि में से अपनी इच्छा अनुसार सोने-चांदी के आभूषण खरीदने का लालच संजय ज्वेलर्स ने ग्राहकों को दिया था। कुछ ग्राहकों ने 28 फरवरी-2018 से 2 मई-2019 तक हर माह पैसे भरे। यह राशि भरने के बाद एक माह की राशि अतिरिक्त देकर 12 महीने तक जमा किए गए पैसे वापस देने या फिर 12 महीने की राशि पर अाभूषण की बनावट पर मेकिंग चार्ज न लेते हुए आभूषण बनाकर देने की यह योजना थी। फरियादी सरोज नरेश चौकसे ने आरोपी सर्राफा व्यवसायी अजय गुरव के पास 2 लाख 39 हजार रुपए जमा किए थे।
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साथ ही अन्य ग्राहक नीलम चौकसे, राजेश चौकसे, आरुश जायस्वाल, माधुरी उमाठे और रैकवार, इन पांच ग्राहकों ने योजना में शामिल होकर नकद कुल 19 लाख 70 हजार 350 रुपए संजय ज्वेलर्स में जमा किए थे, लेकिन योजना के अनुसार कुल 22 लाख 9 हजार 350 रुपए की जमा राशि वापस लेने या आभूषण बनाकर देने की बात ग्राहकों द्वारा करने पर संजय ज्वेलर्स के अजय फकीरचंद गुरव ने इन ग्राहकों को टालमटोल जवाब देना शुरू कर दिया। इस पर फरियादी सरोज नरेश चौकसे व अन्य पांच ग्राहकों ने बुधवार को कामठी के जूना पुलिस थाने में जाकर संजय ज्वेलर्स के संचालक अजय गुरव (48), सोनार ओली कामठी के खिलाफ शिकायत दर्ज की। पुलिस ने गुरव के खिलाफ धारा 450, चिटफंड अधिनियम 1982, धारा 76, महाराष्ट्र जमाकर्ता अधिनियम 199 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया।
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बढ़ सकता है निवेश किए पैसों का आंकड़ा
योजना में शहर के कई लोगों ने पैसे निवेश किए हैं इसलिए अब शिकायतकर्ताओं की संख्या तो बढ़ेगी ही साथ ही, अजय गुरव द्वारा लोगों से योजना के नाम पर लिए गए पैसों का आंकड़ा भी बढ़ने की संभावना है। इसलिए पुलिस ने गुरुवार को नागपुर के विशेष सत्र न्यायालय में पेश कर पीसीआर मांगा। न्यायालय ने भी 17 फरवरी तक पीसीआर मंजूर किया है।
पुलिस की अपील, ग्राहक निवेश किया पैसा निकालें
यह मामला बुधवार को कामठी थाने पहंुचते ही अन्य सर्राफा व्यवसायियों में खलबली मच गई है। शहर के अन्य सर्राफा व्यवसायियों ने लोगों से विविध योजनाओं के तहत जो पैसे लिए थे वे अब लौटा रहे हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग ने भी कामठी के नागरिकों से अपील की है कि, जिन लोगों ने ऐसी योजना के तहत कहीं भी पैसा निवेश किया हो वे अपना पैसा तुरंत निकाल लें। घटना के बाद चिटफंड, बीसी, विविध योजना और साहूकारी के रूप में जिन व्यवसायियों ने लोगों की मेहनत की कमाई दबा रखी है। उनमें भय का वातावरण है। पुलिस गुरव के माध्यम से अब इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है कि, इस प्रकार का प्रलोभन देकर भोलीभाली जनता को लूटने वाले कितने लोग कामठी में सक्रिय हैं।