बापू का आश्रम बना अनेकों के लिए ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र
वर्धा बापू का आश्रम बना अनेकों के लिए ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र
डिजिटल डेस्क, वर्धा. सेवाग्राम के महात्मा गांधी के आश्रम में देश-विदेश के पर्यटक गांधीजी के कार्य, विचार व इतिहास की जानकारी लेने यहां पहुंचते हैं। महात्मा गांधी के इसी आश्रम से स्वतंत्रता आंदोलन का बिगुल बजा था। इसी आश्रम को वर्ष 2021-22 इस आर्थिक वर्ष में करीब 1 लाख 31 हजार 872 पर्यटकों ने भेंट दी है। यहां आने से ऊर्जा, प्रेरणा मिलती है,ऐसा पर्यटकों का कहना है। विशेष बात यानि इस आश्रम को छत्तीसगड़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, राष्ट्रवादी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील, संजीव मित्तल, राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, शिक्षा मंत्री उदय सामंत, उच्च न्यायालय के मृदुला भाटकर आदि ने भी भेंट दी है। महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम से गांधीजी के विचार, कार्य व उनका इतिहास जानने के लिए अनेक अभ्यासक, विविध राजनेता व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने आश्रम को भेंट दी दी है। वर्ष 2021-22 इस आर्थिक वर्ष में करीब 1 लाख 31 हजार 872 पर्यटक आश्रम में पहुंचे हैं। इस में मई माह को छोड़ अप्रैल माह में 764 पर्यटक, जून माह में 3 हजार 971 पर्यटक, जुलाई माह में 5 हजार 505 पर्यटक, अगस्त माह में 11 हजार 458 पर्यटक, सितंबर माह में 10 हजार 51 पर्यटक, अक्टूबर माह में 14 हजार 26 पर्यटक, नवंबर माह में 22 हजार 95 पर्यटक, दिसंबर माह में 21 हजार 191 पर्यटक, जनवरी माह में 16 हजार 91 पर्यटक, फरवरी माह में 14 हजार 438 पर्यटक व मार्च माह में 12 हजार 292 पर्यटक एेसे कुल 1 लाख 31 हजार 872 पर्यटकों ने भेंट दिए जाने का बताया गया है।
सेवाग्राम के महात्मा गांधीजी के आश्रम में खेती व गौशाला शुरू की गयी है, जो आज भी स्थित है। यहां जैविक पद्धति से खेती की जाती है। यहां के गौशाला में देशी वंश के जानवर हैं। आश्रम को आर्थिक सहयोग मिले, इस के लिए ग्रामोद्योग होकर, आश्रम में ही उत्पादित और संसाधानों के माध्यम से विविध वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है। कपास से कपड़ा इस उपक्रम से प्रत्यक्ष रूप में लोगों को खादी कपड़ा कैसा तैयार होता है, यह देखने को मिलता है। यहां आने वाले पर्यटकों को आश्रम की संपूर्ण जानकारी मिले, इस के लिए मार्गदर्शिका संगीता चव्हाण, अश्विनी बघेल, दीपाली उंबरकर यह उन्हे जानकारी देते हैं। साथ ही बापू के स्मारक के बारे में भी वे पर्यटकों को जानकारी देने का काम करते हैं।
मंत्री चतुरा रासकर सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के मुताबिक महात्मा गांधीजी का सेवाग्राम आश्रम विश्व का महत्व का केंद्र होकर सभी प्रकार के लोग यहां भेंट देने आते हैं। इस भेंट के साथ पर्यटकों के साथ चर्चा भी की जाती है। आश्रम पर्यटन स्थल के अलावा यह आश्रम गांधीजी के विचार व प्रेरणास्थान रहने से गांधीजी के विचार व कार्य की जानकारी विश्व के सभी लोगों को होना आवश्यक है।