अकोला के पारस थर्मल पावर स्टेशन होगा खास, ऊपर सौर ऊर्जा नीचे सब्जियों का होगा उत्पादन
अकोला के पारस थर्मल पावर स्टेशन होगा खास, ऊपर सौर ऊर्जा नीचे सब्जियों का होगा उत्पादन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में अब सौर ऊर्जा उत्पादन के साथ सब्जियों की खेती भी की जा सकेगी। सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने की कड़ी में इस तरह का पहला प्रयोग अकोला में किया जा रहा है। इसके लिए पारस थर्मल पावर प्लांट को चुना गया है, जहां 10 मेगावाॅट सौर ऊर्जा पैदा की जाएगी। सौर ऊर्जा से जुड़ा यह प्रोजेक्ट कई तरह से उन्नति लाने वाला होगा।
प्रदेश का ऊर्जा विभाग, सोलर पैनल लगाने के लिए निजी क्षेत्र की जमीनें लीज पर ले रहा है। इसके लिए विशेष नीति भी तैयार की गई है। दरअसल, सोलर पैनल लगाने के बाद उस जमीन पर खेती करना मुश्किल होता है। लेकिन ऊर्जा विभाग इस दिशा में एक नया प्रयोग करने जा रहा है। विभाग के प्रधान सचिव अरविंद सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि नई तकनीक में ऐसी जमीनों पर सब्जियों की खेती भी की जा सकेगी। इस अभिनव प्रयोग में पारस थर्मल पावर प्लांट की 10 एकड़ जमीन पर सब्जियों का उत्पादन और उनके ऊपर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
जलाशयों पर भी फ्लोटिंग सोलर पैनल लगेंगे
राज्य में फिलहाल 1500 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता है, लेकिन करीब 800 मेगावॉट सौर ऊर्जा का ही उत्पादन हो रहा है। राज्य सरकार ने गैर-पारंपरिक तरीकों से 14,400 मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया है। इसके लिए खाली जमीनों के अलावा जलाशयों पर भी फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाने की योजना है। इस काम में निजी कंपनियों की मदद ली जा रही है।
रेडिरेकनर दर का 8 फीसदी किराया
सौर ऊर्जा परियोजना लगाने के लिए लोगों से उनकी खाली पड़ी जमीन के साथ कृषि योग्य भूमि किराए पर ली जाएगी। रेडिरेकनर दर का 8 फीसदी किराए के रूप में दिया जाएगा।