शहडोल नगरपालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की हार के बाद दो लोगों पर गिर सकती है गाज

शहडोल शहडोल नगरपालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की हार के बाद दो लोगों पर गिर सकती है गाज

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-20 10:09 GMT
शहडोल नगरपालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की हार के बाद दो लोगों पर गिर सकती है गाज

डिजिटल डेस्क,शहडोल। नगर पालिका शहडोल में अध्यक्ष चुनाव का परिणाम आने के चार दिन बाद भी भाजपा के अंदरखाने का अंतरद्वंद्व कम नहीं हो रहा है। यहां हार के कारणों की पड़ताल के साथ ही दो लोगों पर गाज गिरने की बात कही जा रही है। इसमें पार्षद, पदाधिकारी व कार्यकर्ता सहित अन्य लोग हो सकते हैं। बतादें कि 14 अक्टूबर को शहडोल नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। यहां कांग्रेस उम्मीदवार घनश्याम जायसवाल ने 21 मत प्राप्त कर भाजपा उम्मीदवार प्रेम प्रकाश सोनी को 3 मतों से हरा दिया था। अध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत के साथ ही अब पार्टी में जीत की रणनीति की भी चर्चा है।

अनुभव को तरजीह, शपथ की तैयारी में जुटे कांग्रेसी

शहडोल नगर पालिका में 23 साल बाद कांग्रेस की वापसी पर अब कांग्रेस नेता नगर पालिका अध्यक्ष के शपथ समारोह को भव्य बनाने की तैयारी में जुट गए हैं तो दूसरी ओर जीत की रणनीति की भी चर्चा है। शहडोल नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में जीत के लिए अनूपपुर जिले के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नागेंद्र नाथ सिंह को कमान सौंपी गई। इसमें कुछ माह पूर्व हुए अनूपपुर जिला पंचायत चुनाव में रमेश सिंह को अध्यक्ष बनवाने के साथ ही बनगवां (राजनगर) नगर पंचायत में निर्वाचित एक मात्र कांग्रेस पार्षद को उपाध्यक्ष और निर्दलीय को अध्यक्ष बनाने में नागेंद्र नाथ सिंह की भूमिका और अनुभव को तरजीह दिए जाने की बात कही जा रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता का कहना है कि जीत में बड़ी भूमिका मत देने वाले पार्षदों के साथ ही कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं के साथ ही नागेंद्र नाथ सिंह की है।

- अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार घोषित करने में भूल हुई। चुनाव से पहले की रात में 11 बजे घोषणा और बांधवगढ़ से निकलने के कारण समय नहीं मिला। यही घोषणा एक दिन पहले हुई होती तो रूठों को मनाने में समय मिलता। मैनेजमेंट में यह बड़ी भूल थी।                                                                                शक्ति लक्षकार 

अध्यक्ष दावेदार, पार्षद वार्ड क्रमांक 29
- कहीं न कहीं पार्टी की तरफ से कोई कमी रह गई। वरिष्ठों की मीटिंग लेकर सभी कार्यकर्ता एक साथ मिल बैठकर रणनीति तय करते तो शायद आज परिणाम हमारे पक्ष में होता। मैं समझ नहीं पा रहा कहां गड़बड़ी हुई। यह कहीं न कहीं चूक का परिणाम है। 
राकेश सोनी 
अध्यक्ष दावेदार, पार्षद वार्ड क्रमांक 15
- पिछले नगर पालिका चुनाव में भाजपा के 15 पार्षद जीतकर आए थे, उसकी तुलना में इस चुनाव में 18 पार्षद जीतकर आए हैं। जहां तक उम्मीदवार घोषणा में समय की बात है तो वह उपर से मिलने वाले निर्देश पर तय हुआ है। हार के कारणों पर मंथन चल रहा है। जवाबदेही भी तय होगी। 
कमल प्रताप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष

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