महाराष्ट्र से चुनी गई 8 महिला सांसद, 2014 के चुनाव में संख्या थी 6
महाराष्ट्र से चुनी गई 8 महिला सांसद, 2014 के चुनाव में संख्या थी 6
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र से संसद पहुचने वाली महिलाओं की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है। इस बार राज्य से 8 महिला सांसद चुनी गई हैं, जबकि 2014 में राज्य से 6 महिला सांसद चुनी गई थी। महाराष्ट्र से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के कारण केवल भाजपा-शिवसेना और राकांपा की महिला उम्मीदवार ही संसद पहुंच सकी।
महाराष्ट्र से महिला सांसदः घटती-बढ़ती रही है संख्या
वर्ष महिला सांसद
1999 4
2004 6
2009 3
2014 6
2019 8
भाजपा के मित्रदल शिवसेना ने सिर्फ एक महिला उम्मीदवार मौजूदा सांसद भावना गवली (यवतमाल-वाशिम) को टिकट दिया था। भाजपा की 6 में से पांच महिला उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रही हैं। जबकि शिवसेना की एकमात्र महिला उम्मीदवार भावना गवली फिर से लोकसभा पहुंची हैं।
महाराष्ट्र में भाजपा 25 और शिवसेना ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें भाजपा ने डॉ हिना गावित (नंदुरबार), डॉ भारती पवार (दिंडोरी), पूनम महाजन (मुंबई उत्तर मध्य), कांचन कुल (बारामती), डा प्रीतम मुंडे (बीड), रक्षा खडसे (रावेर) को उम्मीदवारी दी थी।
वरिष्ठ भाजपा नेता एकनाथ खडसे की बहु रावेर से सांसद व भाजपा उम्मीदवार रक्षा खडसे भी चुनाव जीतने वाली महिला उम्मीदवारों में शामिल हैं। अमरावती से सांसद चुनी गई राकांपा समर्थित उम्मीदवार नवनीत राणा विधायक रवि राणा की पत्नी हैं।
बारामती सीट से भाजपा कि कांचन कुल राकांपा की सुप्रीया सुले के हाथों पराजित हो गई हैं। कांचन विधायक राहुल कुल की पत्नी हैं। दिंडोरी से जीत हासिल करने वाली भाजपा उम्मीदवार डा भारती पवार अपने ससुर पूर्व एटी पवार के चलते राजनीति में आई हैं। बीड से सांसद व भाजपा उम्मीदवार प्रीतम मुंडे भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की सुपुत्री हैं। प्रीतम फिर से सांसद चुनी गई हैं।
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं को उम्मीदवारी देने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया था। राकांपा के साथ गठबंधन कर 48 में से 24 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस ने तीन सीटों उत्तर मध्य मुंबई से प्रिया दत्त, उत्तर मुंबई से उर्मिला मातोंडकर और वर्धा से चारुलता टोकस को उम्मीदवारी दी थी। जिसमें से कोई चुनाव नहीं जीत सका। महागठबंधन के दूसरा प्रमुख घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भी 2 महिला उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें बारामती से राकांपा सुप्रीमों शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और अमरावती से नवनीत राणा शामिल थी। राकांपा की दोनों महिला उम्मीदवार संसद पहुंचने में सफल रही हैं।
महाराष्ट्र से जिन महिलाओं को उम्मीदवारी मिली भी थी, वे आम महिलाएं नहीं हैं। उनके परिवार के राजनीतिक रसूख के चलते उन्हें टिकट मिला और वे संसद भी पहुंची हैं। मुंबई की उत्तर मध्य सीट से भाजपा सांसद व उम्मीदवार पूनम महाजन भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी हैं। पूनम दूसरी बार संसद पहुंचने में कामयाब रही। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार प्रिया दत्ता को लगातार दूसरी बार पराजित किया है। प्रिया पूर्व केंद्रीय मंत्री व फिल्म अभिनेता सुनील दत्त की बेटी हैं। वर्धा से कांग्रेस उम्मीदवार चारु लता टोकस कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभा राव की बेटी हैं। टोकस को जीत का स्वाद चखने का मौका नहीं मिल सका।
इस बार भी लोकसभा पहुंचने वाली अधिकांश महिलाएं किसी न किसी रसूख वाले नेता की रिश्तेदार हैं। इस दफे लोकसभा चुनाव में कुल 80 महिलाएं मैदान में थी। महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा-शिवसेना युति और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के बीच था। दोनों प्रमुख गठबंधनों ने महिलाओं को उम्मीदवारी देने में उत्साह नहीं दिखाया था।