हड़ताल में शामिल एसटी के 448 कर्मचारी निलंबित
महाराष्ट्र हड़ताल में शामिल एसटी के 448 कर्मचारी निलंबित
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एसटी महामंडल ने बुधवार को हड़ताल में हिस्सा लेने वाले 448 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। जबकि एसटी के 65 कर्मचारी बर्खास्त किए गए हैं। एसटी महामंडल ने अभी तक 8 हजार 643 कर्मचारी निलंबित कर दिए हैं। वहीं 1892 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इस बीच एसटी के 18 हजार 694 कर्मचारियों ने सेवाएं दी। वहीं 73 हजार 572 कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे। इस बीच एसटी महामंडल की दिन भर में 1282 बसें चली।
वर्धा में एसटी महामंडल के और 31 कर्मचारी निलंबित
इसके पहले वर्धा में काम पर वापस नहीं आए 31 कर्मचारियों के खिलाफ सोमवार की शाम निलंबन की कार्रवाई की। इस कारण निलंबित किए गए कर्मचारियों की संख्या अब 189 हो गई है। सोमवार की शाम तक किसी भी दिहाड़ी कर्मचारी को सेवा समाप्ति का नोटिस नहीं दिए जाने का बताया गया है। जिले में रापनि के कर्मचारियों की हड़ताल को 33 दिन पूर्ण हुए हैं। परिवहन मंत्री ने दिए आदेश के अनुसार चालक, वाहक व तकनीकी कर्मचारी काम पर नहीं लौटे हैं। इस कारण स्थानीय प्रशासन की ओर से निलंबन की बड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसा हड़ताल करने वाले कर्मचारियों को अपेक्षित था। इसके अनुसार शनिवार 27 नवंबर से स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। अब तक 97 कर्मचारियों को निलंबन का नोटिस निर्गमित किया है।
इस कारण रविवार को निलंबित किए गए कर्मचारियां की संख्या 158 हो गई है। 9 दिहाड़ी कर्मचारियों को सेवा समाप्ति का नोटिस दिए जाने से उनकी संख्या 61 पर पहंुच गई है। सोमवार 29 नवंबर को रापनि प्रशासन ने 31 कर्मचारियों को निलंबन का नोटिस निर्गमित किया। इस कारण निलंबित कर्मचारियों की संख्या 189 तक पहुंच गई है। साथ ही सेवा समाप्ति का नोटिस मिले कर्मचारियों की संख्या 61 हो गई है। सोमवार को हड़ताल का 33वां दिन होने पर आर्वी डिपो से दो व पुलगांव डिपो से 1 बस रवाना हुई। रापनि प्रशासन का दिहाड़ी कर्मचारियों पर ध्यान है और अधिक कर्मचारी काम पर लौटेंगे यह विश्वास बार बार व्यक्त किया जा रहा है। आर्वी, पुलगांव के बाद वर्धा व हिंगणघाट डिपो से बसें निकले इसके लिए प्रयास शुरू होने की चर्चा है।
यवतमाल में 52 अस्थायी कर्मियों की सेवा समाप्त
उधर यवतमाल में मंगलवार को 52 दिहाड़ी कामगारों की सेवा समाप्त कर दी। जिससे अब तक 103 कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश जारी किए गए हैं। 180 नियमित कर्मियों पर निलंबन की गाज गिरी है, लेकिन सोमवार तक 494 कर्मी काम पर वापस लौटने से डिपो से 4 बसें दौड़ीं थी। दूसरी और रापनि कर्मियों की हड़ताल में फूट पड़ने की बात कही जा रही थी, लेकिन मंगलवार को यवतमाल डिपो से सिर्फ 2 बसें पुलिस सुरक्षा में निकल पाई। जिससे रापनि धीरे-धीरे पटरी पर लौटती दिखाई दे रही है। वहीं बड़ी संख्या में कर्मी हड़ताल से नहीं लौटने से यात्रियों की परेशानी फिलहाल खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।