हत्या और लूट के 11 में से 3 आरोपी गिरफ्तार  

आईसीयू में मास्टर माइंड  हत्या और लूट के 11 में से 3 आरोपी गिरफ्तार  

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-15 13:42 GMT
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डिजिटल डेस्क,सतना। सिटी कोतवाली अंतर्गत डायवर्सन रोड पर सेंट्रल बैंक के सामने 6 मार्च को दिनदहाड़े एक शराब कंपनी के मुनीम संजय सिंह (57) की  हत्या कर 15 लाख की लूट की सनसनीखेज वारदात के 11 में से 3 स्थानीय आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात में कुल 11 आरोपी शामिल थे। इनमें से 6 शार्पशूटर उत्तरप्रदेश से बुलाए गए थे,जबकि 5 स्थानीय बदमाश थे। घटना का मास्टर माइंड और स्थानीय शातिर बदमाश  दीपक पटेल जबलपुर स्थित एक अस्पताल की आईसीयू में भर्ती है। हत्या और लूट में शामिल यह आरोपी वारदात के दूसरे दिन हुई एक मारपीट में गंभीर रुप से घायल हो गया था। आरोपियों के खिलाफ  आईपीसी की धारा- 302, 397, 395 आईपीसी और 25-27 आम्र्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज है।
पुलिस के हत्थे चढ़े स्थानीय आरोपी  
मनीष सिंह बरगाही पिता अमरजीत उर्फ उमेश (24) निवासी सोनवर्षा थाना कोटर (सतना),हाल मुकाम नईबस्ती (थाना कोलगवां)
गौरव सिंह बरगाही पिता सतीश सिंह (28) निवासी रैगाव थाना सिंहपुर  
दीप नारायण उर्फ दीपक पांडे पिता आदित्य (32) सोहास थाना कोटर
फरार स्थानीय आरोपी
राहुल जायसवाल पिता बद्री (22) निवासी मथुरा बस्ती सिंधीकैंप थाना कोलगवां
यूपी के इन 6 बदमाशों की है तलाश
जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ छोटू यादव पिता मुरली (35) निवासी जेंडलपुर थाना महाराजा गंजास जिला जौनपुर (यूपी)
सुभाष यादव पिता घुरहु (35)निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकट जौनपुर (यूपी)    
शिवम उर्फ पोनू सरोज पिता सत्यदेव सरोज (23) निवासी पचवार जिला जौनपुर (यूपी) 
आनंद सागर यादव पिता सूबेदार उसरापुर पचवार जौनपुर (यूपी)
नीलेश उर्फ नीलू यादव पिता जनार्दन यादव (22) सहाबुद्दीनपुर थाना केराकट जौनपुर (यूपी)।  
अभिषेक निषाद पिता विनोद (23) निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकट जौनपुर (यूपी)।
ऐसे आए पकड़ में 
एसपी ने बताया कि 6 मार्च को वारदात के फौरन बाद घटना स्थल समेत समूचे शहर के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज बारीकी से चेक कराए गए। इसी दौरान यह सुराग सामने आया कि ब्लैक फिल्म लगी एक स्विफ्ट डिजायर यूपी 14 सीसी 7730 घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक सवारों के साथ कई कैमरों में देखी गई। पता चला कि  संदिग्ध कार आनंद सागर यादव पिता सूबेदार निवासी उसरापुर पचवार के जौनपुर (यूपी) के नाम पर रजिस्टर्ड है। कार के मूवमेंट को ट्रैक कराने पर घटना के बाद कार रैगांव की ओर जाती दिखी। मुखबिरों के नेटवर्क से पता लगा कि  कार सिंहपुर थाना अंतर्गत रैगांव निवासी मनीष सिंह बरगाही पिता अमरजीत के घर पर खड़ी देखी गई थी। इसी संदेह के आधार पर मनीष सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इसी से सनसनीखेज खुलासे की शुरुआत हुई।
सेंट्रल जेल में हुई थी दोस्ती
पुलिस के मुताबिक इस वारदात का मास्टर माइंड दीपक सिंह पटेल पिता राजेंद्र उर्फ भूरा (28) निवासी कुर्मिहा टोला (रामपुरबघेलान) था। आबकारी एक्ट के तहत जेल में बंद दीपक पटेल की मुलाकात वहीं पर  जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ छोटू यादव पिता मुरली (35) निवासी जेंडलपुर थाना महाराजा गंजास जिला जौनपुर (यूपी) से हुई थी। यह शातिर आरोपी अमदरा में हत्या लूट और मैहर देहात थाने में नादन बैंक डकैती के आरोप में जेल में था। जेल से छूटने के बाद जेडी छिबौरा मोड़ स्थित दीपक पटेल के ढाबे में मिला और यहीं पर वारदात की रणनीति बनी। पैकारी की धरपकड़ के कारण दीपक शराब कंपनी को कड़ा सबक सिखाना चाहता था।
जेडी ने बुलाए थे शार्प शूटर 
जेडी ने अपने गृह जिला जौनपुर से शार्प शूटर सुभाष यादव के माध्यम से 5 बदमाश बुलाए। जबकि दीपक पटेल ने स्थानीय स्तर पर 4 अन्य बदमाश शामिल किए। एक मार्च को चाकघाट के रास्ते कार से 3 बदमाश सुभाष यादव,  शिवम उर्फ पोनू और आनंद सागर यादव सतना पहुंचे। जबकि जिलेदार उर्फ जेडी पहले से मौजूद था। यूपी के जौनपुर से आरोपी नीलेश उर्फ  नीलू यादव और अभिषेक निषाद ट्रेन से यहां आए। सभी 5 आरोपी दो रात स्थानीय मददगार राहुल जायसवाल
पिता बद्री (22) निवासी मथुरा बस्ती सिंधीकैंप थाना कोलगवां के घर पर रुके।
बदमाशों ने अगली तीन रातें रैगांव में मनीष सिंह के घर पर गुजारीं।
पहले दो बाइक लूटीं
पुलिस के मुताबिक इसी बीच 3 एवं 4 मार्च की दरमियानी रात को मनीष सिंह के रैगांव वाले आवास पर  सभी ने योजना बनाई। 4 तारीख को अमरपाटन थाना क्षेत्र में कट्टे की नोक पर एक बाइक लूटी उसके बाद 5 तारीख को भी थाना कोटर क्षेत्र के अबेर में कट्टे की नोक पर एक अन्य बाइक लूट ली। फिर 6 मार्च को दोनों बाइक का उपयोग हत्या एवं  लूट में किया गया। बैंक के सामने शराब कंपनी की कैश वैन की रेकी 2 मार्च और 3 मार्च को की गई थी। पुलिस के हाथ रेकी के  फुटेज भी लगे हैं। बदमाशों की कार के ड्राइवर आनंद सागर ने 6 मार्च को सुभाष यादव को कैश वैन के लोटस सिटी स्थित आफिस से निकलने की लोकेशन मोबाइल पर दी थी। लूट से पहले ड्राइवर कार को लेकर सतना-बेला बायपास पर पहुंच गया था। वारदात के बाद आरोपी बाइक छोड़कर कार से चित्रकूट और बरगढ़ होते प्रयागराज मार्ग से केराकट जौनपुर भाग गए।
सुभाष और जेडी ने चलाई थीं गोलियां 
पुलिस के मुताबिक शार्पशूटर सुभाष यादव और जिलेदार उर्फ जेडी ने मुनीम पर फायर किए थे। हवाई फायर भी इन्हीं बदमाशों द्वारा किए गए थे।  घटना के समय एक बाइक में  अभिषेक निषाद , जेडी उर्फ जिलेदार उर्फ छोटू यादव और नीलेश यादव तथा दूसरी बाइक में शिवम सरोज और सुभाष यादव थे। स्थानीय मददगार दीपक पटेल घटनास्थल पर और घटनास्थल से दूर दीप नारायण पांडेय बैकग्राउंड सपोर्ट दे रहा था। सुभाष यादव के खिलाफ यूपी के जौनपुर, बनारस और आजमगढ़ जिलों में गैंगस्टर एक्ट, शार्प शूटर, जेल से भागने, हत्या की कोशिश, लूट, जालसाजी और आम्र्स एक्ट के 13 अपराध दर्ज हैं। जेडी भी शातिर किस्म का बदमाश है। गौरव सिंह बरगाही के विरुद्ध भी 3 अपराध हैं। इसने बदमाशों की भोजन व्यवस्था के साथ चोर रास्ते बताए थे। फिलहाल फरार राहुल जायसवाल के खिलाफ डकैती समेत 6 केस हैं।
जौनपुर में ज्वाइंट आपरेशन
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि  फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सतना पुलिस की विशेष टीम जौनपुर में यूपी पुलिस की मदद से संयुक्त आपरेशन चला रही है। रीवा जोन के एडीजी केपी वेंकटेश्वर राव ने 30 हजार के इनाम की घोषणा के साथ हत्या के मुख्य आरोपी का स्केच भी जारी कराया था।
 

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