5471 करोड़ की लागत से सिंचित होगी 628 गांवों की 1 लाख 90 हजार 500 हेक्टेयर भूमि-चौरे
5471 करोड़ की लागत से सिंचित होगी 628 गांवों की 1 लाख 90 हजार 500 हेक्टेयर भूमि-चौरे
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिले के आधे हिस्से को सिंचित करने की दिशा में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स परियोजना के जरिए भागीरथी प्रयास किया है। यह कहना है कि सौंसर विधायक विजय चौरे का। उन्होंने बताया कि परियोजना के निर्माण पर जिले के सात ब्लॉकों के 680 गांवों में सिंचाई की सुविधा हो सकेगी। लगभग 5471 करोड़ की लागत इस परियोजना से लगभग 1 लाख 90 हजार 500 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।
विधायक ने बताया कि वर्ष 1984 में उनके पिता तत्कालीन पी एच ई मंत्री स्व. रेवनाथ चौरे ने कमलनाथ के समक्ष जिले में हरित क्रांति लाने के लिए सालीढाना बैराज की एक योजना प्रस्तुत की थी। सालीढाना को नए स्वरूप में छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स परियोजना के रूप में अब साकार किया जा रहा है। श्री चौरे ने कहा कि उक्त परियोजना को प्रदेश शासन से प्रशासकीय स्वीकृति के बाद टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
कन्हान नदी पर बनेंगे 6 बांध
विजय चौरे ने परियोजना के स्वरूप बताते हुए कहा कि जिले में बहने वाली कन्हान नदी पर जामघाट और पांच अन्य स्थानों पर कुल 6 बांधों का निर्माण होगा। जिसके अंतर्गत 651 मिलियन घन मीटर पानी संग्रहण किया जाएगा। जिससे जिले में 1 लाख 90 हजार 500 हेक्टेयर क्षेत्र मे सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है। इस परियोजना से 36 मिलियन घन मीटर पानी पेयजल एवं औद्योगिक उपयोग में लिया जाएगा।
कहां कैसे बनेगी सिंचाई की व्यवस्था
छिंदवाड़ा सिंचाई काम्पलेक्स परियोजना के अंतर्गत निम्न विकासखंडों में सिंचाई प्रस्तावित की गई है, जिसके अंतर्गत जुन्नारदेव विकासखंड में प्रस्तावित संगम बांध 1 से 1 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में सिंचाई होगी, जिससे 60 गांव लाभांवित होंगे। संगम बांध 2 से उमरेठ के अंतर्गत 24 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। जिससे उमरेठ के 76 ग्राम एवं छिंदवाड़ा के 71 ग्राम लाभांवित होंगे। जिसमें 21 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।
जामघाट बांध से मोहखेड़ के 80 ग्रामों की 31500 हेक्टेयर व पांढुर्ना के 79 गांवों की 35 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। पलासपानी बांध से मोहखेड़ के 70 गांव की 13 हजार 200 हेक्टेयर एवं बिछुआ के 102 ग्रामों की 27 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। रामघाट बैराज सौंसर से सिंचित होने वाले 50 ग्रामों की 12 हजार 900 हेक्टेयर एवं जोगनी बैराज से 40 गांव की 15 हजार 600 हेक्टेयर इस तरह कुल 1 लाख 90 हजार 500 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई का रकबा बढ़ेगा।
पेयजल के साथ बिजली उत्पादन भी होगा
संगम बांध 2 से 30 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाना भी प्रस्तावित है। जलाषयों मे कुल 651.35 मिलियन घन मीटर जल संग्रहित किया जाएगा, जिससे 16 मिलियन घनमीटर पेयजल के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। 20 मिलियन घन मीटर सौंसर औद्योगिक क्षेत्र को पानी दिया जाएगा। जबकि 615.33 मिलियन घन मीटर से सिंचाई की जाएगी।