नागपुर में कांग्रेस का मोर्चा: देश को गुलामी की ओर ले जा रही है आरएसएस की विचारधारा, वो भजन करते हुए पास आएंगे तुम सब भूल मत जाना

  • सारे मुद्दे छोड़ मोदी ने देवता का मुद्दा पकड़ा
  • कांग्रेस देगी न्याय योजनाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-28 16:56 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर, रघुनाथसिंह लोधी। देश की राजनीतिक व सामाजिक सदभाव की स्थिति को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भाजपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा-हर क्षेत्र में अधिकार व आजादी पर आघात किया जा रहा है। भाजपा की सत्ता के माध्यम से आरएसएस देश को गुलामी की ओर ले जा रहा है। भाजपा के विरोध में संघर्ष राजनीतिक ही नहीं वैचारिक भी है। इस आंदोलन में सामान्यजन को साथ देना होगा। गांधी ने कांग्रेस की घोषणा दोहराते हुए कहा कि केंद्र में सत्ता में आते ही जातीय जनगणना करायी जाएगी। गुरुवार को उमरेड मार्ग स्थित दिघोरी नाका के पास मैदान में कांग्रेस का 139 वां स्थापना दिन मनाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे , कांग्रेस के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री व प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति में देश में सत्ता परिवर्तन का संकल्प लिया गया है। इसी मौके पर राहुल गांधी बोल रहे थे। उन्होंने कहा-अंगरेज काल में देश को आजाद करने के लिए कांग्रेस की स्थापना की गई थी। उस दौर में अंगरेज ही नहीं कई राजाओं से संघर्ष करना पड़ा था। तब के राजाओं की अंगरेजों से पार्टनरशिप थी। आरएसएस की विचारधारा के कारण दलितों से छुआछूत की जा रही थी। कांग्रेस ने उस दौर से देश काे निकाला। व्यवस्था बदली गई। लेकिन अब भाजपा के हाथ में झंडा पकड़ाकर आरएसएस देश को गुलामी के दौर में लेकर जा रहा है। संविधान ने मतदान का अधिकार दिया। उस अधिकार से संवैधानिक संस्थाएं बनी। लेकिन अब संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर मतदान के अधिकार पर आघात किया जा रहा है।

जिनको कुछ नहीं आता वे बन रहे वाइस चांसलर

राहुल गांधी ने कहा-चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय जनता की संस्थाएं हैं। उन्हें बचाने के लिए जनता को ही सामने आना होगा। सारे विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर एक ही संगठन के हैं। उनको कुछ नहीं आता है। देश में वाइस चांसलर मेरिट पर नहीं बल्कि एक संगठन के होने पर बन रहे हैं। मीडिया पर भी दबाव डाला जा रहा है। 40 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी अब है।

आरक्षित वर्ग पर अन्याय

आरक्षित वर्ग पर अन्याय किया जा रहा है। देश को 90 प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी चलाते हैं। 90 में केवल 3 अधिकारी ओबीसी के हैं , वे भी विभागों के कोनों में बैठा दिए गए है। देश की 100-200 बड़ी कंपनियों में इस बात का खुलासा होना चाहिए कि उनके यहां कितने ओबीसी, दलित व आदिवासी हैं। केंद्र व राज्यों के प्रशासन में आरक्षित वर्ग की भागीदारी का डेटा सामने लाया जाए। जातीय जनगणना से सारा सत्य सामने आएगा। देश में युवाओं की ऊर्जा व्यर्थ हो रही है। रोजगार के अभाव में वे मोबाइल फोन पर लगे रहते हैं। भाजपा के सांसद भी पार्टी में भय की स्थिति बयां करने लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भी सवाल अच्छा नहीं लगता है।

आरएसएस संविधान विरोधी

आरएसएस संविधान विरोधी है। सालों तक जिन्होंने तिरंगे का सलाम नहीं किया वे अब देशभक्ति की बात करने लगे हैं। जो लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया उन्हें पता होना चाहिए कि कांग्रेस ने ही देश की जनता को संवैधानिक अधिकार दिलाया है। आजादी से पहले देश में 500-600 राजा थे। अंगरेज थे। राजाओं को सलामी पसंद थी। जनता को कोई अधिकार नहीं था। कांग्रेस व बाबासाहब आंबेडकर ने मतदान का संवैधानिक अधिकार दिलाया।


लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व इंडिया गठबंधन को शक्ति देने का आवाहन करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे ने भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। खडगे ने कहा है-मोदी का चमत्कार झूठा है। वे फिर से चमत्कार दिखाने का दावा कर रहे हैं। बेरोजगारी, महंगाई समेत अन्य मुद्दों को छोड़कर मोदी ने देवता का मुद्दा पकड़ा है। चुनाव को देख वो भजन करते हुए पास आएंगे तुम सबकुछ भूल मत जाना। कांग्रेस सत्ता में आने पर न्याय योजनाओं पर अमल करेगी। आरएसएस को आड़े हाथ लेते हुए खडगे ने कहा-वे डरपोक हैं। डरकर ब्रिटिश के साथ काम करते थे। माफी मांगते रहे। कांग्रेस ने सदैव संघर्ष किया है। गुरुवार को दिघोरी नाका परिसर के मैदान में कांग्रेस के स्थापना दिन कार्यक्रम में खडगे बोल रहे थे। उन्होंने कहा-कांग्रेस व विपक्ष को बदनाम किया जाता है। संसद में कूदे कार्यकर्ता को भाजपा सांसद के हस्ताक्षर से प्रवेश पत्र जारी हुआ था। कांग्रेस सांसद के हस्ताक्षर से प्रवेश पत्र बंटते तो कांग्रेस को बदनाम कर दिया जाता। 10 साल से आरएसएस व भाजपा देश को तंग कर रहे हैं। इन्हें नहीं रोका गया तो देश बर्बादी की ओर जाएगा। लोकतंत्र व संविधान समाप्त हो जाएगा। देश में 30 लाख सरकारी नौकरियों के पद खाली है। आरक्षित वर्ग को रोजगार से वंचित रखने का प्रयास किया जा रहा है। राजनीति का यह कैसा स्तर है कि पहले अधिकारी सरकारी नौकरी भर्ती के पट्टे पढ़ते थे। अब प्रधानमंत्री मंच पर आकर पट्टे पढ़ने का काम कर रहे हैं। मणिपुर हिंसा में बच्चें मारे जा रहे हैं, महिलाओं से दुष्कर्म किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर नहीं गए लेकिन गुजरात में डायमंड हाऊस के उद्घाटन के लिए चले गए। संसद सत्र के समय प्रधानमंत्री लोकसभा या राज्यसभा में उपस्थित नहीं रहे।

विपक्ष को तोड़ने का प्रयास

विपक्ष गठबंधन एकजुट रहा तो लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार नहीं रहेगी। लेकिन विपक्ष के गठबंधन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। संसद में युवक के घुसने के मामले में भाजपा के एक सांसद को बचाने के लिए विपक्ष के 147 सांसदों को निलंबित किया गया।

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