कार्रवाई: वाहन चोरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरोपियों से पांच दोपहिया सहित माल बरामद

  • लोगोंं के घरों के सामने से गायब कर देते थे वाहन
  • पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपियों को पकड़ा
  • पहले कर रहे थे टालमटोल, सख्ती करने पर उगली सचाई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-31 07:29 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दोपहिया वाहन चोर को गिट्टीखदान पुलिस ने धर-दबोचा। आरोपी रितिक लेखीराम लांजेवार (21), चंद्रमणि चौक, कंट्रोल वाड़ी, अमरावती रोड निवासी है। आरोपी से 5 मामले उजागर कर उससे 5 दोपहिया वाहन सहित कुल 2 लाख 95 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है।

जाल बिछाकर दबोचा : पुलिस के अनुसार मानवता नगर निवासी मनीष अरुण भोयर (33) ने अपनी बाइक (एम.एच.-31-ई.एल.-8606) घर के सामने लॉक करके रखी थी। गत 20 जनवरी को अज्ञात चोर बाइक चुरा ले गया। मनीष ने शिकायत गिट्टीखदान थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और तकनीक के आधार पर थाने के गश्तीदल ने आरोपी रितिक लांजेवार को जाल बिछाकर दबोच लिया। आरोपी को दोपहिया वाहन के साथ पकड़ने के बाद पूछताछ में टालमटोल जबाब दे रहा था।

इन क्षेत्रों से चुराए वाहन : कड़ी पूछताछ में उसने गिट्टीखदान क्षेत्र से सुजुकी जिक्सर (एम.एच.-31-एफ.एम.-1666), डियो मोपेड (एम.एच.-31-एफ.डी.-7727), अंबाझरी क्षेत्र से राॅयल इनफील्ड (एम.एच.-31-एफ.ई.-9708) व प्रतापनगर क्षेत्र से होंडा सीबीआर (एम.एच.-37-यू.-8436) चुराने की बात कबूल की। उसने गिट्टीखदान क्षेत्र से 3, अंबाझरी व प्रतापनगर क्षेत्र से एक-एक वाहन चुराने की बात कबूल की। पुलिस उपायुक्त राहुल मदने के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश सागड़े के नेतृत्व में उपनिरीक्षक गोपाल राउत, हवलदार बलजीत ठाकुर, अजय यादव, अशोक रामटेके, इशांक आटे, पुलिस नायब आकाश लोथे, सचिन खड़से, नीतेश वाकड़े, नागनाथ कोकरे ने कार्रवाई की।

पूर्व महिला कर्मचारी ने कंपनी पदाधिकारी के खाते से निकाले लाखों रुपए : पूर्व महिला कर्मचारी का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। उसने कंपनी पदाधिकारी के खाते से लाखों की रकम निकाल ली। फर्जीवाड़ा उजागर होने पर प्रताप नगर थाने में आरोपी महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज िकया गया। गिरफ्तारी होना बाकी है। आरोपी चैताली पंजाबराव इंगलकर (42), विट्ठल नगर निवासी है। पूर्व में वह विदर्भ इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बतौर अकाउंटेंट थी। पूर्व में उस पर कंपनी में पांच लाख रुपए का घोटाला करने का भी आरोप लगा था। कंपनी में हुए ऑडिट से चैताली का दूसरा भी कारनामा उजागर हुआ है। चैताली ने कंपनी से प्रशांत उगेमुगे का हस्ताक्षर युक्त चेक गबन किया और कंपनी की पदाधिकारी प्रीति लांजेकर (59), खामला निवासी के खाते से आरटीजीएस कर खुद के खाते में 7 लाख 89 हजार रुपए जमा किए। यह बात 19 मई 2022 की है। प्रकरण उजागर होने से मामला थाने पहुंचा। जांच-पड़ताल में चैताली की धोखाधड़ी उजागर होने पर उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। 


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