शिक्षणाधिकारी को रोका: स्कूल में प्रवेश नहीं देना पड़ा भारी
गुरुकृपा कान्वेंट की मान्यता हो सकती है रद्द
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उमरेड तहसील में बेला स्थित गुरुकृपा कान्वेंट प्रबंधन को माध्यमिक शिक्षणाधिकारी काे स्कूल में प्रवेश करने से रोकना भारी पड़ गया। शिक्षा विभाग ने उसे गंभीरता से लेकर स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव तैयार किया है। शिक्षण उपसंचालक कार्यालय के माध्यम से सरकार को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चल रही है। माध्यमिक विभाग से प्राथमिक विभाग को मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
स्कूल के गेट को लगाया था ताला : माध्यमिक शिक्षणाधिकारी रवींद्र काटोलकर 27 दिसंबर को गुरुकृपा कान्वेंट में जांच के लिए गए थे। स्कूल प्रबंधन की ओर से यू-डायस प्लस पोर्टल में जानकारी अपलोड करने में कोताही बरतने, विद्यार्थियों के आधारकार्ड लिंक करने में लापरवाही तथा शालेय योजनाओं की विद्यार्थियों को जानकारी नहीं देने की गटशिक्षणाधिकारी शिकायत की थी। उन शिकायतों की जांच करने काटोलकर स्कूल गए थे। उनके पहुंचने पर स्कूल प्रबंधन ने मुख्य प्रवेश द्वार को अंदर से ताला लगाकर आने से रोक दिया।
प्राथमिक विभाग को भेजा प्रस्ताव: गुुरुकृपा कान्वेंट में पहलीं से आठवीं तक कक्षाएं हैं। माध्यमिक शिक्षणाधिकारी ने स्कूल में प्रवेश देने से रोकने पर स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव प्राथमिक शिक्षा विभाग को भेजा है। प्राथमिक शिक्षा विभाग जांच समिति गठित कर स्कूल की माध्यता रद्द करने का प्रस्ताव शिक्षण उपसंचालक कार्यालय के माध्यम से सरकार को भेजेगा।
हां, मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है : गुरुकृपा कान्वेंट में माध्यमिक शिक्षणाधिकारी के नेतृत्व में शिक्षा विभाग का दल जांच के लिए गया था। उसे स्कूल में प्रवेश करने से रोका जाने की सूचना दी गई है। शिक्षा विभाग के दल को इस तरह से स्कूल में प्रवेश करने से रोकना अनुचित है। माध्यमिक शिक्षा विभाग से संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। उसे आगे की कार्रवाई के लिए उपसंचालक कार्यालय के माध्यम से सरकार के पास भेजने की प्रक्रिया चालू है। -रोहिणी कुंभार, शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक), जिला परिषद