लश्कर आतंकी अफसर पाशा की पेशी
- गडकरी के कार्यालय में धमकी भरा फोन करने का मामला
- कर्नाटक के बेलगांव जेल से लेकर विशेष पुलिस टीम पहुंची
डिजिटल डेस्क, नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को धमकी भरा फोन किए जाने के मामले में पूछताछ के लिए कर्नाटक की बेलगांव जेल से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ अफसर पाशा को गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया है। शनिवार को शहर पुलिस की विशेष टीम उसे लेकर सोनेगांव स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंची। मेडिकल अस्पताल में वैद्यकीय जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, न्यायालय ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। गाैरतलब है कि इसी मामले में जयेश को गत 28 मार्च को बेलगांव जेल से नागपुर लाया गया था। एनआईए की एक टीम ने गडकरी को धमकी भरे फोन काल के मामले में जांच के लिए नागपुर का दौरा भी किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी जयेश पुजारी ने पुलिस रिमांड के दौरान खुलासा किया था कि आतंकी अफसर पाशा के कहने पर उसने गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन किया था। जांच टीम अब अफसर पाशा और जयेश पुजारी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। बेलगांव जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर हिरासत में लेकर नागपुर लाए गए आतंकी अफसर पाशा से इस प्रकरण से कई रहस्य उजागर होंगे। अफसर पाशा के आपराधिक रिकार्ड को पुलिस खंगाल रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गडकरी को धमकी भरा फोन किए जाने के प्रकरण में अफसर पाशा को मास्टर माइंड बताया जा रहा है। इसके पहले अफसर पाशा के साथी जयेश कांथा उर्फ जयेश पुजारी उर्फ शाकिर को नागपुर पुलिस गिरफ्तार कर लाई थी। आरोपी जयेश पुजारी और अफसर पाशा के बीच संबंध मिले थे। पुजारी ने इसी साल जनवरी माह में दो बार फोन किया था। पहले 100 करोड़ और फिर 10 करोड़ रुपए का हफ्ता मांगा था। मामले की धंतोली थाने में शिकायत दर्ज की गई है।
शहर के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के अनुसार, नागपुर पुलिस की जांच में जयेश पुजारी और आतंकवादी बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ अफसर पाशा के बीच संबंध का पता चला था, जो पहले जम्मू- कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। पुजारी के जम्मू- कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के लिए आतंकवादियों की भर्ती के वर्ष 2012 के मामले में दोषी पाशा के साथ संबंध थे। पाशा दिसंबर 2005 में बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान व ढाका में हुए आतंकवादी हमले में भी शामिल था और वर्तमान में बेलगांव जेल की सजा काट रहा है।