खुलासा: बिना लायसेंस के बिक रहे थे आर्थोपैडिक इम्प्लांट्स, एफडीए ने की कार्रवाई

  • 70 लाख का माल जब्त
  • एफडीए ने की कार्रवाई
  • बिना लायसेंस के बिक रहे थे आर्थोपैडिक इम्प्लांट्स

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-15 16:09 GMT

बिना लायसेंस के बिक रहे थे आर्थोपैडिक इम्प्लांट्स

, 70 लाख का माल जब्त

भास्कर संवाददाता। नागपुर

बिना लायसेंस के आर्थोपैडिक इम्प्लांट्स बेचनेवाले डीलर के कार्यालय पर फूड एंड ड्रग (एफडीए) ने कार्रवाई की है। गुरुवार को धंतोली स्थित आनंदवन इमारत में कार्रवाई कर 70 लाख रुपए के इम्प्लांटस् जब्त किये गए है। इस मामले की जांच की जा रही है। एफडीए ने कार्रवाई के नाम पर डीलर सुनील बबूता को नोटिस देकर खरेदी बिल मांगे है। उपराजधानी में पिछले कुछ समय से बिना लायसेंस से ऑर्थोपैडिक इम्प्लांट आपूर्ति की जा रही थी। एफडीए ने आपूर्ति करनेवाले का नाम सुनील बबूता बताया है। छापामार कार्रवाई सुनील के कार्यालय धंतोली स्थित आनंदवन इमारत में हुई है। फार्मा क्षेत्र के सूत्रों के अनुसार सुनील वाडी के दो डीलरों व कुछ कंपनियों साथ मिलकर आपूर्ति का धंधा करता था। सुनील के पास खुद का लायसेंस व जीएसटी नंबर नहीं है। वह दूसरे के लायसेंस व जीएसटी नंबर से आपूर्ति कर रहा था।

डीलर व सेल्समैन भी शामिल

सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के दौरान 69.60 लाख रुपए के इम्प्लांटस् जब्त किये गए है। यह जिमर कंपनी के इम्प्लांटस् बताए गए है। सूत्रों के अनुसार इस काम में कंपनियों के सेल्समेन भी शामिल होने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है। सारा कारोबार फर्जी बिल पर होता था। सुनील द्वारा आर्थोस्कोपिक, हीप रिप्लेसमेंट, नी रिप्लेसमेंट, सर्जिकल ड्रेस आदि आपूर्ति की जाती थी। उसके खरीददारों में शहर के बड़े अस्पतालों के नामी डॉक्टरों का समावेश बताया जाता है। इसके अलावा अन्य शहरों में भी आपूर्ति का नेटवर्क होने की चर्चा है। एफडीए द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। सुनील को नोटिस दिया गया है। नोटिस में खरेदी बिलों की मांग की गई है। बिल नहीं देने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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