Nagpur News: अब बजेंगी शहनाइयां, दाे महीने में 3 हजार करोड़ का होगा व्यापार, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
- बैंड-बाजा-बारात का सिलसिला शुरू होने जा रहा है
- 12 नवंबर से दो माह के लिए फिर से शहनाइयां बजेंगी
- व्यापार जगत भी शादियों की तैयारियों में जुट गया
Nagpur News : चार महीनों के विराम के बाद एक बार फिर बैंड-बाजा-बारात का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। मंगलवार 12 नवंबर से दो माह के लिए फिर से शहनाइयां बजेंगी। लिहाजा, त्योहारों के बाद अब व्यापार जगत भी शादियों की तैयारियों में जुट गया है। व्यापारियों को शादियों के सीजन में बड़े व्यापार की उम्मीद है। इस साल शादियों के कुल 18 मुहूर्त हैं। इनमें से 10 मुहूर्त नवंबर माह में और 8 दिसंबर माह में आ रहे हैं। कैट के मुताबिक, नागपुर में नवंबर-दिसंबर के मुहूर्त में 30 से 35 हजार शादियां होने की संभावना है। इन शादियों के लिए 3000 करोड़ रुपए की खरीदी होगी। यह खर्च कपड़ा, गहना, कैटरिंग, आॅटोमोबाइल, सभागृह आदि पर होंगे। इससे नए रोजगार का भी सृजन होगा।
देश भर में होगा 5.9 लाख करोड़ का व्यापार : कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार शादी के मौसम में देश के खुदरा क्षेत्र, जिसमें वस्तुएं और सेवाएं दोनों शामिल है, से लगभग 5.9 लाख करोड़ का व्यापार होने की उम्मीद है। इस वर्ष शुभ विवाह की तिथियाें की संख्या में वृद्धि होने से व्यापार में उछाल आने की संभावना है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने कहा कि कैट के अध्ययन से यह स्पष्ट हआ है कि उपभोक्ता अब भारतीय वस्तुओं को प्राथमिकता दे रहा है, जिससे प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को मजबूती मिल रही है। विदेशी सामान की तुलना में भारतीय उत्पादकों की मांग में भारी वद्धि देखी जा रही है जो देश में भारतीय उत्पादकों के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है।
18 दिन में 30 हजार से ज्यादा शादियां
भरतिया ने बताया कि हमारे क्षेत्र में सीजीएसटी और सीजीएसटी के कर संग्रह के अनुसार हर माह लगभग 8 से 9 हजार करोड़ रुपए का व्यापार होता है। इसमें यदि शादी-ब्याह का अतिरिक्त खर्च जुड़ जाए, तो आंकड़ा काफी बढ़ जाता है। क्षेत्र में लगभग 1200 रेस्टोरेंट, 500 बैंक्वेट हॉल और लगभग 100 छोटे-मोटे लॉन हैं, जहां शादियां होती हैं। 18 दिनों के विवाह मुहूर्त में करीब 30 से 35 हजार शादियां होेने की संभावना है।
लाखों से करोड़ों तक खर्च : भरतिया ने बताया कि शादियों के खर्च का विश्लेषण करें, तो हम देखेंगे कि 40% शादियों में 5 लाख रुपए से 25 लाख रुपए तक खर्च होता है, 30% शादियों में 25 से 50 लाख रुपए खर्च होता है और 20% शादियों में 50 लाख से एक करोड़ रुपए तक खर्च होता है। इन शादियों में वस्तुओं और सेवाओं पर जो खर्च होता है, उसमें प्रमुखता से आभूषण पर 15%, वस्त्र, साड़ियां, लहंगे और परिधान पर 10%, इलेक्ट्रॉनिक विद्युत उपकरण और उपभोक्ता टिकाऊ सामान, सूखे मेवे, मिठाइयां और नमकीन, किराने का समान, सब्जियां, उपहार, वास्तु अन्य सामान पर खर्च होता है। सेवाओं में जो खर्च होते हैं, उनमें बैंक्विट हॉल, होटल और शादी का स्थल, इवेंट मैनेजमेंट, टेंट डेकोरेशन, खानपान, फूलों की सजावट, परिवहन फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, लाइट और साउंड आदि शामिल है। इस साल से सोशल मीडिया सेवाओं पर खर्च का नया ट्रेंड जुड़ गया है।
नवंबर के शुभ मुहूर्त : जानकारों के मुताबिक, नवंबर माह में शादी-ब्याह की 10 तिथियां बेहद शुभ हैं। इसमें 12, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 28 और 29 नवंबर की तिथि शामिल है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन शुभ तिथियों में विवाह करने वाले नव युगलों का दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा।
दिसंबर के शुभ मुहूर्त : दिसंबर महीने में लग्न की कुल 8 तिथियां बहुत ही शुभ हैं। इसमें 03, 04, 05, 09, 10, 11, 13 और 14 दिसंबर की विवाह की तिथियां सर्वश्रेष्ठ हैं। इस शुभ तिथियों में विवाह करने वाले जोड़ों का जीवन खुशहाल होगा।