Nagpur News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव , जमीन पर प्रचार, सोशल मीडिया पर पलटवार
- प्रचार अभियान को सोशल मीडिया से भी जोड़ा
- ग्रुप के जरिये विरोधी पार्टियों की पोल खोलने में लगे
- इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पोस्ट डाली जा रही
Nagpur News योगेश चिवंडे . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का प्रचार जोर पकड़ने लगा है। पारंपरिक चुनाव प्रचार के साथ उम्मीदवार जमीन पर अपना पूरा दम-खम लगाए हैं। उम्मीदवार सहित पार्टियां सड़कों पर रैली से लेकर पदयात्रा में जुटी है। घर-घर जाकर वोट मांगने का पुराना तरीका आज भी प्रभावी साबित हो रहा है। किन्तु वोटर्स से सीधे कनेक्ट होने के लिए राजनीतिक पार्टियों ने हर वह उपाय खोज रही है, जो कारगर साबित हो रहा है। इसके लिए सभी उम्मीदवार और पार्टियों को जोर सोशल मीडिया पर फोकस हो गया है। इन्होंने अपने प्रचार अभियान को सोशल मीडिया से भी जोड़ दिया है। दोनों तरफ से सोशल मीडिया के लिए बड़ी फौज तैयार की गई है। सोशल मीडिया ग्रुप के जरिये वे अपने विरोधी पार्टियों की पोल खोलने में लगे है। कई ग्रुप बनाकर वे सीधे लोगों को अपनी योजनाएं बताकर विरोधी पार्टियों के खिलाफ नैरेटिव बनाने में लगे हुए हैं।
इस तरह के वार-पलटवार : भाजपा लाडली बहन योजना का प्रचार-प्रसार कर कांग्रेस सहित महाविकास आघाड़ी को लाडली बहन योजना का विरोधी बताने में लगी है तो कांग्रेस महाराष्ट्र के उद्योग गुजरात ले जाने का दावा कर भाजपा को महाराष्ट्र द्रोही बताने पर तुली है। फिलहाल सोशल मीडिया पर वार-पलटवार के कारण जमीन पर चुनावी माहौल गर्मा गया है। चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब नया नहीं रहा है। पिछले 15 वर्षो में यह चुनाव का हिस्सा बन गया है। हालांकि सोशल मीडिया पर चुनाव के बावजूद पारंपरिक पद्धति से होने वाला चुनाव प्रचार अब भी सबसे प्रभावी माना जा रहा है। इसके लिए उम्मीदवार रोज अपने क्षेत्रों में पदयात्रा सहित बैठकों पर जोर दे रहे है। उम्मीदवार की अलग-अलग टीम बस्तियों में घुमकर पार्टी के पत्रक सहित स्टिकर्स दीवारों पर चिपकाने का काम कर रहे है। मतदाताओं को उम्मीदवार का नाम और चिह्न याद रहे, इसके लिए हर एक-दो दिन में अलग-अलग टीम बस्तियों में घुमकर लोगों से संपर्क साध रही है। इसके अलावा शाम के समय बैठकों का दौर भी अलग चल रहा है। इसके अलावा उम्मीदवार और मतदाता में सीधे जोड़ने के लिए सोशल मीडिया को सक्षम पर्याय के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए सभी पार्टियां अपने-अपने स्तर पर बड़ी तैयारी कर रही है। खासकर भाजपा और कांग्रेस में इसके लिए सोशल मीडिया वार चल रहा है।
नागपुर में बना वॉर रूम : भाजपा पहले से सोशल मीडिया के इस्तेमाल में माहिर मानी जाती है। उसने हर बूथ के लिए एक अलग वाट्सग्रुप बनाया हुआ है। इस पर अपने पोस्ट डालकर उसे ग्रुप एडमिन के जरिये अलग-अलग ग्रुप पर प्रसारित िकया जा रहा है। इसके लिए नागपुर में वार-रूम बनाया गया है। जिसमें करीब 80 लोग काम कर रहे है। कुछ लोग कंटेन्ट क्रिएटर्स का काम कर रहे है। कंटेन्ट क्रिएट कर लाडली बहन योजना पर फोकस िकया जा रहा है। वे वीडियो पर डाले जा रहे है, जिसमें कांग्रेस और महाविकास आघाडी के नेता लाडली बहन योजना को बंद करने का दावा कर रहे है। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा नागपुर में एम्स, मेट्रो रेल, अलग-अलग के लिए महामंडल और सामाजिक भवन सहित अनेक योजनाएं लाने वाली मैसेज तैयार कर भेजे जा रहे है। वीडियो और मैसेज के जरिये विरोधियों को अटैक किया जा रहा है। ज्यादातर मैसेज के लिए वॉट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पोस्ट डाली जा रही है। नागपुर भाजपा में सोशल मीडिया का काम देख रहे सुमित मिश्रा ने बताया कि 370 बूथों पर वॉट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों तक सरकार की योजना और उपलब्धि पहुंचायी जा रही है। इसके अलावा वॉइस मैसेज भी डाले जा रहे है। काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। जमीन पर अलग काम चल रहा है।