नागपुर मनपा पर शवदहन का प्रतिमाह 70 हजार रुपए का अतिरिक्त बोझ बढ़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-10 13:39 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए मनपा ने 5 श्मशान घाटों पर शवदाहिनी सुविधा उपलब्ध कराई है। मोक्षधाम, अंबाझरी व सहकार नगर घाट पर एलपीजी गैस पर संचालित और गंगाबाई घाट तथा वैशाली नगर घाट पर डीजल से चलने वाली शवदाहिनी लगाई गई है। शवदाहिनी पर अंतिम संस्कार नि:शुल्क किया जाता है। इस पर महीने भर में औसतन 74 अंतिम संस्कार किए जाते हैं। एक शव दहन के लिए 19 किलो का एलपीजी गैस सिलेंडर लगता है। डीजल शवदाहिनी में 22 लीटर डीजल खर्च होता है। गत सालभर में व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दाम दोगुना बढ़ने से मनपा पर प्रतिमाह 70 हजार रुपए अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।

19 किलो एलपीजी गैस का दाम 1900 रुपए

शवदाहिनी में शव का अंतिम संस्कार करने के लिए एक गैस सिलेंडर लगता है। एक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 1900 रुपए है। प्रतिमाह औसतन 74 सिलेंडर पर मनपा को 1 लाख 40 हजार रुपए खर्च करना पड़ रहा है। एक साल पहले 19 किलो एलपीजी गैस सिलेंडर का दाम 950 रुपए था। प्रतिमाह शवदाहिनी का ईंधन खर्च 70 से 75 हजार रुपए के बीच था। गैस के दाम बढ़ने से शवदाहिनी का खर्च दोगुना हो गया है। डीजल शवदाहिनी में एक शव का दहन करने 22 लीटर डीजल जलता है। यानी एक शव का अंतिम संस्कार के लिए 2200 रुपए ईंधन खर्च होता है। ईंधन के दाम बढ़ने से मनपा पर शवदाहिनी के अतिरिक्त खर्च का बोझ पड़ रहा है।

लकड़ी से शव दहन पहली पसंद

शहर में 19 श्मशान घाट हैं। उनमें से 5 श्मशान घाटों पर शवदाहिनी लगाई है। 14 दहनघाटों पर लकड़ी अथवा कंडों से शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। जहां शवदाहिनी की व्यवस्था है, वहां लकड़ी अथवा कंडों से अंतिम संस्कार करने पर लकड़ी का शुल्क वसूल किया जाता है। जहां शवदाहिनी की व्यवस्था नहीं है, वहां लकड़ी, कंडे अथवा ब्रिकेड्स नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं। शवदाहिनी वाले दहनघाटों के मुकाबले बिना शवदाहिनी वाले श्मशान घाटों पर दाह संस्कार के आंकड़े ज्यादा हैं। मनपा के घनकचरा प्रबंधन विभाग से प्राप्त आंकड़ें बताते हैं कि लकड़ी से शव दहन लोगों की पहली पसंद है।

शवदाहिनी से 885, लकड़ी से 11633 अंतिम संस्कार

मनपा के घनकचरा प्रबंधन विभाग से साल 2022-23 के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शहर के विविध श्मशान घाटों पर शवदाहिनी से 885 अंतिम संस्कार किए गए, वहीं लकड़ी तथा कंडों से 11633 अंतिम संस्कार किया गया। शवों का अंतिम संस्कार के लिए कुछ श्मशान घाटों पर ब्रिकेड्स उपलब्ध कराए जाते हैं। 4112 शवों का ब्रिक्स से अंतिम संस्कार किया गया।

जोनवार शवदाहिनी से अंतिम संस्कार

जोन अंतिम संस्कार

लक्ष्मी नगर 110

धरमपेठ     360

धंतोली      168

गांधी बाग  225

आशी नगर  22

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कुल 885

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