नागपुर: आखिरी 2 घायलों ने भी तोड़ा दम, हादसे के शिकार सभी मजदूरों की हुई मौत

    Bhaskar Hindi
    Update: 2024-06-16 09:55 GMT

    डिजिटल डेस्क, वाड़ी | चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में गुरुवार को हुए विस्फोट के शिकार सभी 9 लोगों की मौत हो गई। शनिवार को दोपहर में श्रद्धा वनराज पाटील (22) व रात में प्रमोद चव्हरे (35)ने दम तोड़ दिया। दोनों दंदे अस्पताल में भर्ती थे। गुरुवार को हादसे के दौरान घटनास्थल पर ही 6 लोगों की मौत हुई थी। अगले दिन शुक्रवार को इलाज के दौरान एक और की मौत हुई थी। इस बीच कंपनी में काम करने वाले कामगारों ने मौजूदा स्थिति में कंपनी में काम करने से इनकार कर दिया है। कामगारों का कहना है कि जब तक कंपनी में सुरक्षा के संपूर्ण प्रबंध जैसे व्हेकिल, एंबुलेंस, अग्निशमन उपकरण सहित सुरक्षा व्यवस्था नहीं होती, तब तक वे काम नहीं करेंगे। फिलहाल हादसे के बाद से कंपनी बंद है। न प्रबंधन का कोई व्यक्ति पहुंचा है और न कोई अन्य अधिकारी। जनप्रतिनिधियों का आना-जाना शुरू है। गांव में सन्नाटा पसरा है।

    गांव का माहौल गमगीन

    वैशाली, प्रांजलि, प्राची, मोनाली, शीतल और श्रद्धा सभी सहेलियां थीं। घर की माली हालत को देखते हुए सभी सहेलियां चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में मजदूरी करती थीं। कंपनी में हुए विस्फोट ने सभी को असमय निगल लिया। गुरुवार को धमाके में ही श्रद्धा की पांच सहेलियों की मौत हो गई थी। श्रद्धा को इसकी जानकारी थी। उसका दंदे अस्पताल में उपचार जारी था। हालत नाजुक थी। आखिरकार शनिवार दोपहर को उसकी भी उम्मीदें खत्म हो गई। वनराज पाटील की तीन बेटियां सायली, श्रद्धा और वैभवी थीं। बड़ी बेटी सायली की शादी के बाद श्रद्धा का अपनी छोटी बहन को पढ़ाने और माता-पिता की मदद करने का सपना अधूरा रह गया। श्रद्धा का शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। नेरी के युवक प्रमोद चव्हरे की भी मौत हो गई।

    लाइसेंस निलंबित हो सकता है

    वहीं चामुंडी एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। राज्य सरकार ने 7 मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की मदद की है। विस्फोट में घायल दानसा मरसकोल्हे ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। कंपनी प्रबंधन ने मृतक दानसा के परिजनों को 25 लाख की सहायता दी।

    सुरक्षा उपायों की अनदेखी : इधर चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में सुरक्षा उपायों की अनदेखी सामने आई है। घटना के बाद पेसो (पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव्स सेफ्टी आर्गनाइजेशन) के अधिकारियों ने कंपनी का दौरा कर सुरक्षा उपायों का जायजा लिया। सुरक्षा आडिट में खामी पाई गई। रिपोर्ट तैयार की गई है। यह रिपोर्ट शीघ्र ही दिल्ली मंत्रालय भेजी जाएगी। कंपनी का लाइसेंस निलंबित हो सकता है। पेसो के मुख्य नियंत्रक पी. कुमार आफिशियल टूर पर हैैं। सह मुख्य नियंत्रक वी. बी. बोरगांवकर बीमारी छुट्टी पर हैं। उपमुख्य नियंत्रक शिवचंद्र मिश्रा से मोबाइल पर संपर्क किया तो प्रतिसाद नहीं मिला।

    इन्होंने की थी मांग : विधायक अभिजीत वंजारी व सुधाकर अडबाले ने विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद करने की मांग राज्य सरकार से की थी। राज्य सरकार ने 7 मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की मदद की। विधायक वंजारी व अडबाले ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख के धनादेश दिए।

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