बांझपन को रोकने बुनियादी कारणों पर ध्यान देना जरूरी
‘केयरिंग फॉर द ओवरी एंड एंडोमेट्रियम' का आयोजन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बांझपन का प्रमाण लगातार बढ़ रहा है। व्यायाम की कमी, जंक फूड का सेवन, धूम्रपान, शराब का सेवन आदि कारणों से बांझपन बढ़ रहा है। इसके बुनियादी कारणों पर ध्यान देना जरूरी है। यह विचार आईएफएस-वीसी की सचिव और एनओजीएस की अध्यक्ष डॉ. सुषमा देशमुख ने व्यक्त किए। इंडियन फर्टिलिटी सोसाइटी विदर्भ चैप्टर (आईएफएस-वीसी) तथा नागपुर ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनाकोलॉजिकल सोसाइटी (एनओजीएस) ने वार्षिक सम्मेलन ‘केयरिंग फॉर द ओवरी एंड एंडोमेट्रियम' का आयोजन किया। इस अवसर पर सेंट्रल बॉडी ऑफ इंडिया ऑफ इंडियन फर्टिलिटी सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. के.डी. नायर ने कहा कि गुड टेक होम बेबी रेट के अलावा मरीज की सुरक्षा भी बहुत जरूरी है। उन्होंने“प्रोजेस्टेरोन प्राइम्ड स्टिमुलेशन' पर बात की।
इंडियन फर्टिलिटी सोसाइटी के भारत के केंद्रीय निकाय के चुनाव अध्यक्ष डॉ पंकज तलवार ने ‘फ्रीज ऑल इन आईवीएफ' पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि ‘इन विट्रो फर्टिलाइजेशन' तकनीक में जो भी भ्रूण हमें मिलते हैं, वे उस चक्र में जमा दिए जाते हैं। अगले चक्र में सुरक्षित रूप से मां के गर्भ में स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य उप संचालक डॉ. विनीता जैन व प्री-कॉन्फ्रेंस में मनपा के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार उपस्थित थे। डॉ. सुवीन घुमन ने एंडोमेट्रियल की तैयारी और डॉ. जतिन शाह ने ‘पुअर ओवेरियन रिजर्व' के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। संचालन दिल्ली के डॉ. कुलदीप सिंह और हैदराबाद की डॉ. ममता दीनदयाल ने किया। कार्यक्रम में आईएफएस-वीसी सचिव डॉ. बिंदु चिमोटे, एनओजीएस की सचिव डॉ. प्रगति खलतकर सहित बड़ी संख्या में डॉक्टर उपस्थित थे।