नारी शक्ति: महिला विधायकों ने उठाया स्वतंत्र कक्ष का मामला
महिलाओं के लिए आवश्यक सेवा सुविधाओं का मामला उठाया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा में महिला विधायकों ने एकजुटता के साथ महिलाओं के लिए आवश्यक सेवा सुविधाओं का मामला उठाया। स्वतंत्र कक्ष, शौचालय, चेंजिंग रुम सहित अन्य विषयों का जिक्र करते हुए कहा गया कि विधानभवन व मंत्रालय में भी महिलाओं को विविध समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की ओर से मंत्री उदय सावंत ने इस मामले को लेकर 5 सदस्यीय महिला विधायकों की समिति गठन की घोषणा की। समिति की रिपोर्ट के आधार पर 30 दिन में आवश्यक निर्णय लिये जाएंगे।
सुविधाओं के अभाव में महिलाएं बीमार
सदस्य वर्षा गायकवाड़ ने ध्यानाकर्षण सूचना के तहत कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को शौचालय, चेंजिंग रुम, स्तनपान सहित विविध मामलों में परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। सुविधाओं के अभाव में महिलाआें को बीमार तक होना पड़ रहा है। मुंबई में बस सेवा में कार्यरत महिला कर्मचारियों की समस्या की जिक्र करते हुए गायकवाड ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार भी महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए।
सदस्य भारती लव्हेकर ने कहा कि विधानसभा में 25 महिला सदस्य हैं, लेकिन उनके लिए स्वतंत्र कक्ष नहीं है। स्वतंत्र शौचालय भी नहीं है। रिपोर्ट बताती है कि 23 प्रतिशत बालिकाएं स्कूलों में पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने के कारण स्कूल छोड़ रही हैं।
सदस्य मनीषा चौधरी ने कहा कि मनपा व जिला परिषद समान स्थानीय निकाय संस्थाओं में जेंडर बजट के तहत महिलाओं के लिए 5 प्रतिशत बजट का प्रावधान है फिर भी उसका इस्तेमाल महिलाओं के लिए नहीं किया जा रहा है।
सदस्य यशोमति ठाकुर व यामिनी जाधव ने भी महिलाओं को न्याय दिलाने का निवेदन किया।