तकनीक का लाभ: हाइवे पर गाड़ी चलाते वक्त सो गए तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए मिलेगा मैसेज- एकनाथ शिंदे
- ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट जल्द शुरू होगा
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए मिलेगा मैसेज
डिजिटल डेस्क, नागपुर, सोमदत्त शर्मा। राज्य के समृद्धि और दूसरे हाईवे पर बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा ऐलान किया है। मंगलवार को विधानसभा में एक प्र्शन के जवाब में शिंदे ने कहा कि जल्द तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने वालों पर लगाम कसने के लिए वाहतुक दल बनाए जाएंगे। इसके अलावा बहुत जल्द आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए एक ऐसा मोबाइल एप बनाया जाएगा, जो गाड़ी चलाते वक्त सो जाने वाले ड्राइवर को जगा सकेगा। इससे दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा। शिंदे ने दुर्घटनाओं का जिम्मेदार ड्राइवरों को भी बताया है। उन्होंने कहा कि लगभग 30 से 40 प्रतिशत ड्राइवर ड्राइविंग टेस्ट में फेल हो जाते हैं। बावजूद इसके उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता है।
इसे रोकने के लिए बहुत जल्द ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट की शुरुआत होगी। मुंबई समेत सांगली और पुणे जिलों में अवैध वाहनों का इस्तेमाल कर क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को स्कूल ले जाने का मामला विधानसभा में कांग्रेस विधायक अशोक चव्हाण ने उठाते हुए कहा कि राज्य में इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते विद्यार्थियों के जीवन को संकट में डाला जा रहा है। परिवहन विभाग ने अप्रैल से अक्टूबर 2023 महीनों के बीच ऐसे 603 वाहनों पर कार्रवाई की है जो क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को लेकर स्कूल जा रहे थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार अवैध रूप से चल रही ऐसी गाड़ियों पर कार्रवाई कर रही है।