रणनीति: बसपा में शुरु होगा रुठों को मनाने का दौर, नागपुुर से 3 प्रदेश महासचिव नियुक्त
- चयनित सीटों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा
- भाजपा से अधिक कांग्रेस पर रहेगा निशाना
- जल्द शुरु होगी उम्मीदवार चयन प्रक्रिया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही बहुजन समाज पार्टी अपने रुठे पदाधिकारियों को मनाने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। जल्द ही जिला स्तर पर नये पुराने पदाधिकारियों से संवाद किया जाएगा। नागपुर व विदर्भ को बसपा ने राजनीतिक तौर पर अपने लिए अनुकुल माना है। लिहाजा इस क्षेत्र की चयनित विधानसभा सीटाें पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। पार्टी ने सोमवार को ही प्रदेश कार्यकारिणी में नागपुर के 3 पदाधिकारियों को बतौर महासचिव नियुक्त किया है। इनमें नागोराव जयकर, पृथ्वीराज शेंडे व मंगेश ठाकरे शामिल है। उम्मीदवार चयन प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। भाजपा से अधिक कांग्रेस पर निशाना साधा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष सुनील डोंगरे व अन्य प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति में मुंबई के चेंबूर के पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में नागपुर सहित विदर्भ के सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे।
लोकसभा में पराजय
लोकसभा चुनाव में राज्य में बसपा बुरी तरह से पराजित हुई। नागपुर को बहुजनवादी राजनीति का केंद्र माना जाता है। बाबासाहब आंबेडकर ने यही पर 5 लाख दलितों के साथ धर्मंारतण किया था। बसपा के संस्थापक कांशीराम ने नागपुर से ही राजनीति को गति दी थी। अप्रैल 2024 में बसपा प्रमुख मायावती ने नागपुर के बेझनबाग में सभा लेकर देश में बसपा के लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। लेकिन नागपुर सहित विदर्भ में बसपा के पदाधिकारियों का असंतोष रहा। बसपा पराजित हुई। कहा गया कि कांग्रेस ने संविधान के विषय पर भाजपा का विरोध करते हुए बसपा को भी दरकिनार कर दिया। अब एससी, एसटी के आरक्षण कोटे में कोटे को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माया है। सुप्रीम कोर्ट ने इन वर्गों के आरक्षण कोटे को लेकर जो निर्णय दिया उस मामले में बसपा यह कहकर कांग्रेस का विरोध करेगी कि आरक्षित वर्गों पर आघात हुआ तो कांग्रेस चुप रही। उसे संविधान से कोई लेना देना नहीं है।
असंतोष
लोकसभा चुनाव के बाद नागपुर में पदाधिकारियों का असंतोष सामने आया। मनपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष जीतेंद्र घोडेश्वार, रूपेश बागेश्वर को निलंबित किया गया। बाद में प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया। परमेश्वर गोणारे को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर सुनील डोंगरे काे प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस बीच एक सभा में प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम को भंडारा जिले की पदाधिकारी नीमा रंगारी ने तमाचा जड़ दिया। उसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप ताजणे को पार्टी से निष्काषित किया गया। अब रुठों को मनाया जाएगा। नागपुर व विदर्भ की कुछ विधानसभा सीटों पर बसपा दूसरे स्थान पर रही है।