बदलती तकनीक: इलेक्ट्रिक वाहन की रेट्रोफिटिंग की कैपस्टोन परियोजना को लेकर उत्साह
- हरित पर्यावरण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की रेट्रोफिटिंग
- परियोजना को लेकर उत्साह का महौल
- प्रमुख सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, विकासचंद्र रस्तोगी ने लिया जायजा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी के आईटीआई में इलेक्ट्रिक वाहन की रेट्रोफिटिंग की कैपस्टोन परियोजना को लेकर उत्साह का माहौल है। जिसे लेकर महाराष्ट्र सरकार के प्रमुख सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, विकासचंद्र रस्तोगी ने सरकारी पॉलिटेक्निक का दौरा किया। उनके आने का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन की रेट्रोफिटिंग की कैपस्टोन परियोजना शुरू करना था। इस संबंध में उन्होंने ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग का जायजा लिया और इलेक्ट्रिक वाहन के रेट्रोफिटिंग के कैपस्टोन प्रोजेक्ट के लिए मयंक सेठिया और उनके छात्रों की टीम के प्रयासों की सराहना की, जो एनईपी-2020 के मद्देनजर बहु-विषयक अवधारणाओं को शामिल करते हुए शुरू किया गया था। यह परियोजना ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से डॉ. एम.बी. दाइगवने, प्रिंसिपल, जीपी, डॉ. जी.के. अवारी, एचओडी, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, डॉ. जी.वी. गोटमारे, एचओडी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, डॉ. के मार्गदर्शन में पेश की गई।
डॉ. समीर तेलंग ने बताया कि ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग से के.एस. दीक्षित और वे खुद विकासचंद्र रस्तोगी को इसकी जानकारी दे रहे थे। सचिव ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग में ईवी की दक्षता देखकर प्रसन्न हुए।
हरित ऊर्जा का उपयोग पर्यावरण को लिए जरूरी है। इसलिए गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक एनएसएस इकाई द्वारा जीपी नागपुर के हरित परिसर में वृक्षारोपण का भी आयोजन कर चुका है। रविवार और अपनी व्यस्तता के बावजूद रस्तोगी ने शिक्षाविदों और उभरते इंजीनियरों के साथ बातचीत की थी। रस्तोगी के साथ राधिका रस्तोगी, आईएएस, प्रमुख सचिव, (एएंडएस), गृह विभाग, महाराष्ट्र सरकार भी थीं, उन्होंने जीपी की उपलब्धियों की सराहना की थी। संयुक्त निदेशक, डीटीई आरओ के मुताबिक संस्थान के सभी विभागाध्यक्षों, अनुभाग प्रभारियों, संकाय सदस्यों, एनएसएस इकाई और सहायक स्टाफ सदस्यों ने डॉ. विनोद मोहितकर, निदेशक, डीटीई और डॉ. मनोज दाइगवने के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में यात्रा के सफल संचालन के लिए कड़ी मेहनत की।