सियासत: देशमुख ने मुनगंटीवार को सराहा, पर्यटन विकास के लिए निधि मंजूरी पर माना आभार
- फडणवीस के साथ शाब्दिक घमासान के बीच बयान
- सोशल मीडिया पर कहा राज्य में गंदी राजनीति चल रही है
- ज्ञापन सौंपते समय की फोटो की साझा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के बीच जमकर शाब्दिक वार चल रहा है। इसमें अनिल देशमुख के पुत्र व जिला परिषद सदस्य सलिल देशमुख भी सहभागी है। लगभग रोजाना आरोप-प्रत्यारोप किए जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा नेता व वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की सलिल देशमुख ने की सराहना काफी चर्चा में है। सलिल ने मुनगंटीवार के साथ फोटो साझा करते हुए ट्वीट किया है। उसमें आभार संदेश में जो लिखा है उसे भी राजनीतिक तंज माना जा रहा है।
सलिल का ट्वीट
धन्यवाद, सुधीर मुनगंटीवार। आपने काटोल तहसील के केदारपुर में पर्यटन विकास के लिए 2 करोड 30 लाख रुपये मंजूर किए। किसी तरह का षड़यंत्र नहीं करते हुए, संकुचित विचार नहीं रखते हुए, बड़े मन से आपने निधि उपलब्ध करा दी। आज महाराष्ट्र की राजनीति में जो गलिच्छपना अर्थात गंदगी आयी है उसे आपने छेद दिया है। बीते अनेक दिनों से फालोअप किया जा रहा था। आपने उसको प्रतिसाद देकर प्रकल्प के लिए भरपूर निधि देने पर काटोल की जनता की ओर से मनपूर्वक आभार।
क्यों है चर्चा
मुनगंटीवार को महाराष्ट्र भाजपा में फडणवीस के स्पर्धक माना जाता है। वे राजनीति में फडणवीस से वरिष्ठ है। फडणवीस के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले मुनगंटीवार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। मंत्रिमंडल में मुनगंटीवार के विभाग में कटौती चर्चा का विषय रही है। फडणवीस पर अनिल देशमुख ने दबाव की राजनीति करने के आरोप लगाए हैं। उसपर भाजपा नेताओं की ओर से कई बयान आ रहे है। लिहाजा , अनिल देशमुख के पुत्र सलिल भी कई चुनौतीपूर्ण बयान दे रहे है। इसी मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीरसिंह ने अनिल देशमुख, सलिल देशमुख के साथ खुद की नार्को टेस्ट कराने को कहा है। इसपर सलिल देशमुख ने तैयारी जताते हुए फडणवीस की भी नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच दावा किया जाने लगा है कि अनिल देशमुख फिर से जेल भेजे जाएंगे। उधर सलिल देशमुख कह रहे है कि जिन्हें कोर्ट ने छोड़ा है और जांच आयोग ने क्लीन चिट दी है उसे जेल भेजकर दिखाएं। हम किसी से डरनेवाले नहीं हैं।