घमासान: सलीम कुत्ता जिंदा है या मर गया इस पर सत्तापक्ष, विपक्ष में भिड़ंत
सत्ता पक्ष ने कहा जांच में सामने आएगा सच
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुंबई बम विस्फोट के आरोपी सलीम कुत्ता को लेकर विधान भवन परिसर में सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच घमासान होता रहा। विपक्ष जहां सलीम कुत्ता की 1998 में हत्या होने का दावा कर सत्ता पक्ष पर निशाना साध रहा है, वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि जांच में सामने आएगा सलीम कुत्ता जिंदा है या मर गया।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी : विपक्ष ने विधान भवन की सीढ़ी पर हाथ में बैनर लेकर सत्ता पक्ष पर सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्ष को बदनाम करने का आरोप लगाया। विपक्ष ने दावा किया कि सत्ता पक्ष जिस सलीम कुत्ता का नाम लेकर विपक्ष को बदनाम कर रहा है, उसकी 1998 में हत्या हो चुकी है। उसकी तीन पत्नियां हैं आैर जब्त संपत्तियों को रिलीज (मुक्त) करने की मांग टाडा कोर्ट से की गई थी। टाडा कोर्ट ने सलीम कुत्ता की संपत्ति रिलीज करने का दावा विपक्ष की तरफ से किया गया है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि छोटा राजन के गुर्गो ने सलीम कुत्ता का मर्डर किया था। जो आदमी जिंदा ही नहीं है, उसका नाम लेकर शिव सेना (उद्धव) व कांग्रेस को बदनाम करना ठीक नहीं है। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, विजय वडेट्टीवार की अगुवाई में हुए आंदोलन में कैलाश गोरंडेल, रोहित पवार आदि शामिल थे।
विपक्ष पर कार्रवाई की मांग : इधर सत्ता पक्ष ने कांग्रेस व शिव सेना (उद्धव) पर आतंकियों का साथ देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सलीम कुत्ता के साथ पार्टी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। शिव सेना (उद्धव) के पदाधिकारी सुधाकर बडगुजर पर कार्रवाई करने की मांग की। सलीम कुत्ता की 1998 में हत्या होने के सवाल पर कहा कि जांच में सब सामने आ जाएगा। सलीम कुत्ता के साथ सत्ता पक्ष के नेता की फोटो होने के सवाल पर कहा कि जांच में सब सामने आएगा। इस मामले की जांच एसआईटी से की जा रही है। सत्ता पक्ष के दादाजी भुसे, गीता जैन, दिलीप लांडे, भरत गोगावले, संतोष बांगर व नितेश राणे ने विपक्ष पर कार्रवाई करने की मांग की।
दिन भर परिसर में चर्चा : विधान भवन परिसर में दिन भर हर किसी की जुबान पर इसी मुद्दे पर चर्चा होते रही। सत्ता पक्ष के विधायक खबरियां चैनल को इंटरव्यू देकर सलीम कुत्ता का मुद्दा उठाते रहे। विपक्ष पर आतंकियों का साथ देने का आरोप लगाते रहे। आरोपी की हत्या होने के सवाल पर सत्ता पक्ष का हर सदस्य यहीं जवाब देता कि जांच हो रही है। आतंकियों का साथ देना ठीक नहीं है। बम विस्फोट में मुंबई में 257 लोगों की मौत हुई थी। सलीम जिंदा है या मर गया यह चर्चा परिसर में होते रही।
दस्तावेज झूठे निकले तो आत्महत्या करूंगा : सलीम कुत्ता के साथ पार्टी करने का आरोप जिस सुधाकर बडगुजर पर लगा है, उसने खबरियां चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि एजेंसियों को उसने जो दस्तावेज दिए हैं, वह झूठे निकले तो जाहिर रूप से आत्महत्या करूंगा। मेरी बदनामी की जा रही है।