नागपुर: 100 करोड़ से शुरू होंगे चक्र प्रकल्प, विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही लक्ष्य

  • मेडिकल अस्पताल में कुलगुरु कट्‌टा का शुभारंभ
  • ग्रीष्मकालीन विशेष पाठ्यक्रम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-30 11:30 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाराष्ट्र राज्य आरोग्य विज्ञान विद्यापीठ द्वारा जल्द ही 100 करोड़ रुपए का चक्र प्रकल्प शुरू किया जाएगा। राज्य भर में इसके 10 केंद्र होंगे। मेडिकल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुलगुरु डॉ. माधुरी कानिटकर ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विविध चिकित्सा पद्धतियों पर अनुसंधान हो सके, विद्यार्थियों को क्लिनिकल ट्रायल का मौका मिल सके, इसके लिए चक्र प्रकल्प है। विद्यापीठ अंतर्गत आने वाले सभी महाविद्यालय इस प्रकल्प से जुड़े रहेंगे। इसके लिए पहले चरण में 30 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। राज्य सरकार की तरफ से निधि उपलब्ध कराई जा रही है।

ये प्रमुखता से उपस्थित

पहले चरण में पुणे, नागपुर, मुंबई, संभाजीनगर व एक अन्य शहर में चक्र केंद्र शुरू होंगे। इसके लिए संचालक स्तर के स्वतंत्र अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। डॉ. कानिटकर ने बताया कि नागपुर के चक्र केंद्र में आदिवासियों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं पर काम होगा। इस अवसर पर विद्यापीठ के विदर्भ समन्वयक डॉ. संजीव चौधरी, मेडिकल के अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये, दंत चिकित्सालय व महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अभय दातारकर आदि उपस्थित थे।

मेडिकल अस्पताल में "कुलगुरु कट्‌टा' का शुभारंभ

विद्यापीठ की कुलगुरु डॉ. माधुरी कानिटकर ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य आरोग्य विज्ञान विद्यापीठ किसी एक पैथी के लिए नहीं है। बल्कि चिकित्सा क्षेत्र की सभी पैथी के लिए है। विद्यापीठ द्वारा सभी पैथी का सम्मान किया जाता है। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में गुरुवार को ‘कुलगुरु कट्‌टा’ नामक योजना का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर डॉ. कानिटकर बोल रही थीं।

अधिकार बढ़ाने की सलाह

मेडिकल के अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये ने विद्यापीठ के विभागीय केंद्र के अधिकार बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय स्नातकोत्तर की 60 से 70 सीटें दुविधा में आ चुकी थी। उन्हें बचाने के लिए कुलगुरु से संपर्क करना पड़ा। इसलिए महाविद्यालय की समस्या हल करने के लिए अधिकारों का दायरा बढ़ाना जरूरी है। इस पर डॉ. कानिटकर ने प्रयास जारी होने की जानकारी दी।

ग्रीष्मकालीन विशेष पाठ्यक्रम

कार्यक्रम में एलोपैथी समेत आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, दंत, फिजियोथेरेपी, नर्सिंग आदि विविध महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे। इसमें नागपुर समेत वर्धा, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम के विद्यार्थी भी उपस्थित हुए थे। अनेक विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में ऑनलाइन हिस्सा लिया। डॉ. कानिटकर ने कहा कि विद्यापीठ विद्यार्थियों के लिए है। उनकी समस्या सुनकर उसका उचित हल निकालने के लिए कुलगुरु कट्‌टा अभियान शुरू किया गया है। शिक्षा व अनुसंधान के साथ ही विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास यही लक्ष्य है। इसके लिए विद्यापीठ ने ग्रीष्मकालीन विशेष पाठ्यक्रम शुरू किया है। यदि विद्यार्थियों को कॉलेज में कोई समस्या हो तो आवाज उठाने का आह्वान डॉ. कानिटकर ने किया।

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