नागपुर: गोरेवाड़ा जू में मिले 32 साल पुराने 157 जीवित कारतूस
- वर्ष 1991 में बनाए गए थे, शासकीय विभाग के लिए निर्माण किए जाने की संभावना
- गिट्टीखदान पुलिस व अन्य आला अधिकारी पहुंचे
- सभी कारतूसों को कब्जे में लिया
डिजिटल डेस्क, नागपुर. गोरेवाड़ा रोड पर काटोल नाका चौक से कुछ दूरी पर बनी गोरेवाड़ा जू की सुरक्षा दीवार के अंदर नेचर पार्क के पास कारतूसों का जखीरा मिलने की जानकारी सामने आई है। गिट्टीखदान पुलिस ने घटनास्थल से करीब 157 जीवित कारतूस जब्त किया है। नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन शुरू है। सरकार शहर में मौजूद है। शनिवार को कारतूस मिलने की खबर से पुलिस विभाग में खलबली मच गई थी। चर्चा है कि यह कारतूस फिलहाल थाने के मालखाने में रखे जाएंगे। बड़ा सवाल यह कि इतनी बड़ी मात्रा में कारतूस किसने फेंकी।
पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
कारतूसों का यह जखीरा मिलने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इतनी बड़ी मात्रा में जीवित कारतूस मिलने की जानकारी मिलते ही गिट्टीखदान पुलिस के अलावा पुलिस महकमे के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। गोरेवाड़ा सुरक्षा दीवार के अंदर फेंके गए सारे जीवित कारतूस को गिट्टीखदान पुलिस ने जब्त किया है। इन कारतूसों का निर्माण वर्ष 1991 मेंे किए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी है। इतनी बड़ी मात्रा में जीवित कारतूस पाए जाने से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
एक युवक ने देखा
नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन शुरू है, शहर में मंत्री, नेता और विधायकों के साथ पूरा मंत्रिमंडल मौजूद है। शहर में करीब 11 हजार पुलिस के जवान बंदोबस्त में लगे हैं। इतने तगड़े बंदोबस्त के बीच शहर के गिट्टीखदान थाना क्षेत्र में गोरेवाड़ा जंगल परिसर के नेचर पार्क के समीप एक जगह पर शनिवार को एक युवक को सुबह ‘एसएलआर’ बंदूक के 157 कारतूस दिखाई दिए। युवक घबराकर भाग गया, उसने कुछ नागरिकों को जानकारी दी। तब मामला गिट्टीखदान थाने में पहुंच गया।
7.62 एम एम के बताए जा रहे
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जब्त किए गए 157 जीवित कारतूसों का निर्माण करीब 32 वर्ष पहले किया गया है। यह जीवित कारतूस 7.62 एम एम के बताए जा रहे हैं। चर्चा है कि यह शासकीय कारतूस है। यह कारतूस पुलिस, सेना या फिर आर्डनेंस फैक्टरी का हो सकता है। अटकलें लगाई जा रही है कि काटोल नाका चौक के पास पुलिस नाकाबंदी रहती है। इन कारतूसों को लेकर जाने वाला व्यक्ति पुलिस नाकाबंदी देखा होगा, वह इतनी बड़ी मात्रा में कारतूस लेकर जाते समय पकड़े जाने के डर से उसे गोरेवाड़ा जू की सुरक्षा दीवार के अंदर फेंककर चला गया होगा। गिट्टीखदान पुलिस इस दिशा में छानबीन कर रही है।
संभालकर रखना बड़ी जिम्मेदारी
पुलिस विभाग के लिए अब यह बड़ी चुनौती बन गई है। इसे सुलझाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पडेगी। पुलिस के सामने यह भी सवाल है कि इतनी बड़ी मात्रा में मिले कारतूसों का रख-रखाव कैसे किए जाएगा। इतनी बड़ी मात्रा में मिले कारतूसों का पुलिस विभाग आगे क्या करेगा, यह भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।