निशाना: मुंबई सड़क घोटाले में लिप्त मंत्रियों और ठेकेदारों को सत्ता में आने के बाद जेल में डालेंगे - आदित्य ठाकरे
- आदित्य बताएं जब काम ही शुरू नहीं तो घोटाला कैसे हुआ
- पालक मंत्री केसरकर का बयान
- साढ़े आठ हजार करोड़ रुपए खर्च कर बननी हैं सड़कें
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) विधायक आदित्य ठाकरे ने मुंबई मनपा पर कंक्रीट सड़क निर्माण को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शनिवार को मातोश्री में आदित्य ने कहा कि मुंबई मनपा ने सड़कों के निर्माण के लिए साढ़े 8 हजार करोड़ रुपए का ठेका दिया है। लेकिन सड़कों का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है। राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद सड़क घोटाले के लिए जिम्मेदार मंत्रियों और अफसरों को जेल में डालेंगे। आदित्य ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस पर एनओसी न देने का दबाव डाला जा रहा है। जिससे बहाना बनाया जा सके कि एनओसी न मिलने के कारण काम नहीं शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बताना चाहिए कि सड़कों का काम कब शुरू होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को साफ करना चाहिए कि सरकार मुंबई में प्रदूषण नियंत्रण के लिए क्या कर रही है? आदित्य ने कहा कि मुंबई मनपा ने पांच चरणों में सड़कों निर्माण के लिए अलग-अलग ठेकेदार को काम दिया था। जिसमें से एक ठेकेदार को टर्मिनेशन को नोटिस दी गई थी। जिस पर मनपा अगले सप्ताह सुनवाई करने वाली है। इस पर शिवसेना की नजर रहेगी कि सुनवाई ठेकेदार से समझौते के लिए होगी अथवा उसको काली सूची में डाल दिया जाएगा। आदित्य ने कहा कि पूर्वी उपनगर में सड़क बनाने का काम जिस ठेकेदार को दिया गया है। उसके द्वारा रत्नागिरी के चिपलुन में बनाया हुआ पुल ढह गया है। इसलिए मनपा को साफ करना चाहिए कि उस ठेकेदार को मुंबई में दिया ठेका कायम रहेगा या फिर रद्द कर दिया जाएगा।
मुंबई मनपा के 15 वार्डों में वार्ड ऑफिसर नहीं
आदित्य ने कहा कि मुंबई के 24 में से 15 वार्डों में वार्ड ऑफिसर नहीं हैं। वार्ड ऑफिसर पद के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। वार्ड ऑफिसर न होने के कारण नागरिकों को काफी असुविधा हो रही है।
आदित्य ठाकरे को समझाना चाहिए कि मुंबई मनपा की सड़कों का काम ही शुरू नहीं हुआ है तो भ्रष्टाचार कैसे हो गया? काम शुरू नहीं होने के कारण ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया गया है। इसलिए भ्रष्टाचार का दावा करना उचित नहीं है। ठेकेदार को काम शुरू करने के लिए कहा जाएगा। जो ठेकेदार काम नहीं शुरू करेगा उसको टर्मिनेट कर दिया जाएगा।
दीपक केसरकर, मुंबई शहर पालक मंत्री