जांच: फूंक मार टेस्ट से गुजरेंगे पश्चिम रेलवे के टीसी, टुन होकर ड्यूटी करने वालों पर नजर
- औचक निरीक्षण कर की जाएगी जांच
- पश्चिम रेलवे ने की 28 ब्रेथ एनेलाइजर की व्यवस्था
- टुन होकर ड्यूटी करने वालों की अब खैर नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। रेल यात्री अक्सर शिकायत करते हैं की ड्यूटी के समय टीसी शराब के नशे में था। इस सन्दर्भ में रेलवे प्रशासन को शिकायत भी मिलती रही हैं। यात्रियों की इन्हीं शिकायतों को अब रेलवे ने गंभीरता से लिया हैं। पश्चिम रेलवे ने टिकट निरीक्षकों के लिए फूंक मार टेस्ट की व्यवस्था की हैं। ड्यूटी शुरू करने से पहले उन्हें इस जांच से गुजरना होगा। इसके अलावा कमर्शियल विभाग के अधिकारी औचक निरीक्षण कर टीसी का फूंक मार टेस्ट करके यह पता लगाएंगे की कहीं टीसी ने ऑन ड्यूटी शराब तो नहीं पी रखी हैं।
पश्चिम रेलवे के अधिकारी ने बताया कि अक्सर हमें शिकायत मिलती हैं कि ड्यूटी के दौरान टीसी शराब के नशे में था। इस तरह की शिकायतें विशेषकर मेल एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों से मिलते हैं। कुछ मामलों में हमने भी औचक निरीक्षण कर बांद्रा टर्मिनस में टीसियों पर कार्रवाई की थी। फ़िलहाल कमर्शियल विभाग ने 28 ब्रेथ एनेलाइजर की व्यवस्था की हैं। ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले एक बार टीसी को फूंक मार टेस्ट से गुजरना होगा।
टीसी ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद भी शराब पी सकते हैं इसलिए ड्यूटी पूरी करने के बाद भी उन्हें इस टेस्ट से गुजरना होगा। इसके अलावा कमर्शियल विभाग की टीम औचक निरीक्षण के दौरान ब्रेथ एनेलाइजर टेस्ट मशीन लेकर चलेगी। इस दौरान वे मेल एक्सप्रेस ट्रेन और स्टेशनों पर ड्यूटी कर रहे टीसी की जाँच करेंगे।
सस्पेंड हो चुके हैं टीसी
अगस्त 2023 में बांद्रा टर्मिनस पर औचक निरीक्षण के दौरान पश्चिम रेलवे के सीनियर डीसीएम विनीत अभिषेक ने टीटीई लॉबी में शराब पार्टी करते हुए तीन टीटीई को पकड़ा था। यह तीनों टीटीई बड़ौदा डिवीज़न के थे। जिन्हें घटना वाले दिन ड्यूटी ज्वाइन करनी थी।
टिकट जांचना इनका काम
आपको बतादें की तरह टीसी का काम भी टिकट चेक करना होता है। जहां टीटीई ट्रेन के अंदर टिकट चेक करते हैं, तो वहीं टीसी रेलवे प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के टिकट चेक करते हैं। टीसी यानी टिकट कलेक्टर ज्यादातर प्लेटफॉर्म पर टिकट चेक करते पाए जाते हैं। यात्री टिकट लेककर चढ़े या बेटिकट हैं, यह जांचना इनका काम है।