मुंबई: शहर की आग बुझाते हैं, पेट की आग बुझाएं कैसे, दमकल विभाग के जवानों को वेतन नहीं
- प्रशिक्षण भत्ता भी नहीं दिया गया
- मुंबई दमकल विभाग के 910 जवानों को तीन महीने से वेतन नहीं
- पेट की आग कैसे बुझाएं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शहर में आग लगने पर जानमाल की रक्षा करने वाले नवनियुक्त 910 दमकल कर्मी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इन कर्मियों को तीन महीने से वेतन नहीं दिया गया है। इनका प्रक्षिक्षण जनवरी में ही पूरा हो चुका है लेकिन इन्हें प्रशिक्षण काल में दिया जानेवाला भत्ता भी नहीं मिल पाया है। ऐसे में दमकल विभाग के इन नए जवानों के आगे हालात यह कहने के बन गए हैं कि शहर की आग बुझाते हैं लेकिन पेट की आग कैसे बुझाएं। पिछले साल, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के लाखों उम्मीदवारों ने मुंबई दमकल विभाग में भर्ती के लिए आवेदन किया था। इसमें से 910 अभ्यर्थियों का चयन मुंबई दमकल विभाग में हुआ था। इसमें 273 पदों पर महिलाओं का चयन होना था, जिसमें से 250 पदों पर महिलाओं का चयन हुआ है। पहले चरण में 555 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। चयनित उम्मीदवारों का 5 जुलाई 2023 से वडाला, मानखुर्द, बोरीवली और विक्रोली में फायर ब्रिगेड के प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण 5 जनवरी 2024 को पूरा हो गया। 555 में से 459 अभ्यर्थी प्रशिक्षण में उत्तीर्ण हुए। जो लोग प्रशिक्षण में असफल हुए हैं उन्हें अतिरिक्त प्रशिक्षण के लिए फिर से नामांकित किया गया है। इसके अलावा दूसरे चरण में 355 अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण दिसंबर 2023 से शुरू हो चुका है।
सेवा में शामिल लेकिन वेतन नहीं
पहले चरण में प्रशिक्षण उत्तीर्ण करने वाले 459 पुरुष एवं महिला अभ्यर्थियों को 23 जनवरी 2024 को दमकल विभाग के 35 फायर स्टेशन और कंट्रोल रूम में तैनात किया गया है। इन 459 पुरुष एवं महिला कर्मियों को तीन महीने से वेतन भुगतान नहीं किया गया है। बता दें कि नवनियुक्त दमकल कर्मियों का वेतन 40 हजार रुपए प्रतिमाह है। इसके अलावा प्रत्येक अभ्यर्थी को प्रशिक्षण के दौरान 3 हजार रुपए प्रति माह भत्ता दिया जाता है। एक अभ्यर्थी का 6 माह का प्रशिक्षण भत्ता 18 हजार रुपए है। चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आई है कि पहले चरण और दूसरे चरण के किसी भी अभ्यर्थी को प्रशिक्षण भत्ता नहीं मिला है।
रविंद्र अंबुलगेकर, चीफ- मुंबई फायर ब्रिगेड के मुताबिक नई भर्ती के लिए मानकों का पालन करना पड़ता है। हमने उस कार्य को दो महीने में पूरा किया है। मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने विशेष मंजूरी दी है। लोकसभा चुनाव के कारण अधिकांश स्टाफ चुनावी ड्यूटी पर हैं। अप्रैल महीने में सबका बकाया वेतन और भत्ता मिल जाएगा।