दावा: उद्धव ने मुझे जेल में डालने मुंबई पुलिस आयुक्त को सुपारी दी थी - फडणवीस
- अजित के घर जाना सुप्रिया की भावनात्मक चुनावी दांवपेंच
- वडेट्टीवार के बयान पर चुप क्यों बैठे हैं उद्धव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मुझे जेल में भेजने के लिए मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त संजय पांडे को सुपारी दी थी। फडणवीस ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि यह बात सच है कि उद्धव ने मुझे जेल में डालने की कोशिश की थी। फडणवीस ने कहा कि मुंबई पुलिस आयुक्त पद पर संजय पांडे को इसी शर्त पर नियुक्त किया गया था कि वह मुझे जेल में डाल सकें, लेकिन पांडे मुझे गिरफ्तार नहीं कर सके। पांडे का क्या हुआ? यह सब जानते हैं। इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा था कि उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में विपक्ष के तत्कालीन नेता देवेंद्र फडणवीस समेत भाजपा के पांच नेताओं को जेल में डालने के लिए साजिश रची थी।
-अजित के घर जाना सुप्रिया की भावनात्मक चुनावी दांवपेंच
फडणवीस ने कहा कि बारामती सीट से राकांपा (शरद) की उम्मीदवार सुप्रिया सुले का मतदान के दिन उपमुख्यमंत्री अजित पवार के घर जाना एक भावनात्मक चुनावी दांव-पेंच है। चुनाव में भावनात्मक राजनीति अपनाई जाती है। यह उसी का हिस्सा है, लेकिन फिर भी सुप्रिया और अजित शत्रु तो नहीं हैं। वह दोनों केवल राजनीतिक विरोधी हैं। फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री अजित के, मेरे पास मां है वाले बयान पर कहा कि पवार परिवार में उन्हें अलग-थलग करने की कोशिश की गई। ऐसे में उनका बयान है कि मेरे पास मां है। सचमुच मां के आशीर्वाद से बड़ा कुछ नहीं हो सकता।
-वडेट्टीवार के बयान पर चुप क्यों बैठे हैं उद्धव
फडणवीस ने कहा कि विधानसभा में पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार के बयान पर उद्धव ठाकरे को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। वह वोटों के तुष्टीकरण के लिए मुंह बंद करके क्यों बैठे हैं? इससे पहले वडेट्टीवार ने कहा था कि 26/11 आतंकी हमले के समय राज्य के एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे की मौत आतंकी कसाब की गोली से नहीं हुई थी। इस पर पुणे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा था कि इस मामले में वडेट्टीवार ने जो कुछ कहा है उसकी जांच होनी चाहिए। इसके जवाब में फडणवीस ने कहा कि जांच तो वडेट्टीवार की होनी चाहिए, वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। वडेट्टीवार के संपर्क में पाकिस्तान का कोई व्यक्ति तो नहीं आ गया है। फडणवीस ने कहा कि अदालत ने स्पष्ट किया है कि कसाब ने करकरे सहित सैकड़ों लोगों को मार दिया था। वहीं शिवसेना (उद्धव) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि करकरे की मौत दुर्भाग्यपूर्ण थी, लेकिन हम लोग इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते।