उदयनराजे भोंसले होंगे सतारा से भाजपा के उम्मीदवार, नाशिक पर उलझन बरकरार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/मुंबई। भाजपा ने महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट से छत्रपति उदयनराजे भोंसले को अपना उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा उम्मीदवारों की अपनी 12वीं सूची जारी की, जिसमें भोंसले सहित 7 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। जारी सूची में पार्टी ने जिन अन्य सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद से ठाकुर विश्वदीप सिंह और देवरिया से शशांक मणि त्रिपाठी का नाम शामिल है। भाजपा ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से मंजीत सिंह मन्ना मियाविंड, होशियारपुर सीट से अनिता सोम प्रकाश और बठिंडा से परमपाल कौर सिद्धू को उम्मीदवार बनाया है तो पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट से अभिजीत दास (बॉबी) को मैंदान में उतारा है।
भाजपा ने सातारा सीट से बनाया उम्मीदवार
छत्रपति उदयनराजे भोसले की उम्मीदवारी घोषित कर दी गई। उदयनराजे फिलहाल राज्यसभा के सदस्य हैं। सातारा सीट पर उदयनराजे का मुकाबला राकांपा (शरद) के उम्मीदवार शशीकांत शिंदे से होगा। उदयनराजे लंबे समय से टिकट का इंतजार कर रहे थे। हालांकि उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था। इससे पहले साल 2019 में राकांपा (अविभाजित) ने उदयनराजे को सातारा सीट से लोकसभा की उम्मीदवारी दी थी। जिसमें उदयनराजे ने शिवसेना (अविभाजित) के उम्मीदवार रहे नरेंद्र पाटील को 1 लाख 26 हजार 258 वोटों से हराया था। लेकिन चुनाव जीतने के कुछ महीने बाद ही उदयनराजे ने राकांपा (अविभाजित) से इस्तीफा दे दिया था। फिर वह भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद सातारा सीट पर उपचुनाव हुआ। जिसमें भाजपा ने उदयनराजे को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन उदयनराजे को राकांपा (अविभाजित) के प्रत्याशी श्रीनिवास पाटील ने 87 हजार 717 वोटों से पराजित किया था। जिसके बाद भाजपा ने उदयनराजे को राज्यसभा में भेजा था। उदयनराजे का कार्यकाल साल 2026 में खत्म होना है।
नाशिक पर उलझन बरकरार
सातारा सीट पर राकांपा (अजित) भी लड़ना चाहती थी। लेकिन यह सीट भाजपा के हिस्से में चली गई है। सूत्रों के अनुसार राकांपा (अजित) अब सातारा के बदले नाशिक सीट चाहती है। इस सीट से राकांपा (अजित) की ओर से प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल दावेदार बताए जा रहे हैं। नाशिक सीट पर फिलहाल शिवसेना (शिंदे) के हेमंत गोडसे सांसद हैं। इस कारण शिवसेना (शिंदे) नाशिक सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। इससे महायुति में नाशिक सीट को लेकर अभी तक उलझन बरकरार है।